दस्तकारों-शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को मौका और मार्केट मुहैया कराने के लिए हुनर हाट का आयोजन किया जाता है। हुनर हाट की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए अब इसके अलगे चरण की शुरूआत होने जा रही है। अपने शानदार सफर को आगे बढ़ाते हुए 24वें “हुनर हाट” का आयोजन “वोकल फॉर लोकल” थीम के साथ 22 जनवरी से 4 फरवरी तक लखनऊ में किया जा रहा है।
31 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के हुनर के उस्ताद होंगे शामिल
24वें हुनर हाट में देश के 31 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के दस्तकारों, शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों के साथ लगभग 500 हुनर के उस्ताद शामिल हो रहे हैं। लखनऊ के “हुनर हाट” में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाण, हिमाचल प्रदेश, जम्मूकश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओड़िशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल सहित 31 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 500 हुनर के उस्ताद शामिल हो रहे हैं।
स्वदेशी हस्तनिर्मित शानदार उत्पाद आकर्षण के केंद्र
लखनऊ के “हुनर हाट” में देश के दस्तकार/शिल्पकार, अजरख, ऍप्लिक, आर्ट मेटल वेयर, बाघ प्रिंट, बाटि, बनारसी साड़ी, बंधेज, बस्तर की जड़ी बूटियां, ब्लैक पॉटरी, ब्लॉक प्रिंट, बेंतबांस के उत्पाद, चिकनकारी, कॉपर बेल, ड्राई फ्लावर्स, खादी के उत्पाद, कोटा सिल्क, लाख की चूड़ियाँ, लेदर, पश्मीना शाल, रामपुरी वायलिन, लकड़ी-आयरन के खिलौने, कांथा एम्ब्रोइडरी, ब्रास पीतल के प्रोडक्ट, क्रिस्टल ग्लास आइटम, चन्दन की कलाकृतियां आदि के स्वदेशी हस्तनिर्मित शानदार उत्पाद प्रदर्शन एवं बिक्री के लिए ले कर आये हैं।
आत्मनिर्भर भारत थीम पर गीत संगीत का कार्यक्रम
हुनर हाट में आने वाले लोग देश के पारंपरिक लजीज़ पकवानों का लुत्फ़ भी उठाएंगे, वहीं देश के जाने माने कलाकारों द्वारा हर दिन प्रस्तुत किये जाने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होंगे। हुनर हाट में प्रतिदिन सायंकाल जाने माने कलाकारों द्वारा “आत्मनिर्भर भारत” थीम पर गीत संगीत के कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रमों में प्रसिद्द कलाकार जैसे कैलाश खेर, विनोद राठौर, शिबानी कश्यप, भूपेंद्र भुप्पी, मिर्ज़ा सिस्टर्स, प्रेम भाटिया, रेखा राज, हमसर हयात ग्रुप, मुकेश पांचोली आदि अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
ई-प्लेटफार्म पर भी हुनर हाट उपलब्ध
वहीं हुनर हाट में नहीं पहुंच पाने वाले देश-विदेश के लोगों के लिए ई-प्लेटफार्म www.hunarhaat.org भी उपलब्ध है, जहां लोग सीधे दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों के स्वदेशी सामानों को देख एवं खरीद रहे हैं।
बढ़ रही लोकप्रियता
बता दें कि देश के विभिन्न स्थानों में आयोजित हो रहे हुनर हाट, दस्तकारों, शिल्पकारों के लिए बहुत उत्साहवर्धक और लाभदायक साबित हो रहे हैं। एक ओर जहां “हुनर हाट” में लाखों लोग आते हैं वहीं दूसरी ओर लोग करोड़ों रूपए की दस्तकारों, शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों की जमकर खरीददारी भी करते हैं। पिछले लगभग 5 वर्षों में हुनर हाट के माध्यम से 5 लाख से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं। हुनर हाट से देश के कोने-कोने की शानदार, जानदार, पारंपरिक, दस्तकारी, शिल्पकारी की विरासत को और मजबूती और पहचान मिली है।
आने वाले दिनों में “हुनर हाट” का आयोजन मैसूर, जयपुर, चंडीगढ़, इंदौर, मुंबई, हैदराबाद, नई दिल्ली, रांची, कोटा, सूरत/अहमदाबाद, कोच्चि, पुडुचेरी आदि स्थानों पर होगा।