आज वसंत पंचमी का त्यौहार है। यह दिन वसंत के मौसम की तैयारी की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन को सरस्वती पूजा भी कहा जाता है। ऐसे में वसंत पंचमी देवी सरस्वती को समर्पित त्योहार है जिन्हें ज्ञान, भाषा, संगीत और सभी कलाओं की देवी कहा जाता है। इन्हें वह रचनात्मक ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग पीले रंग के कपड़े पहने जाते हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में सरस्वती पूजा अलग-अलग तरह से मनाई जाती है। विद्यार्थी आज के दिन एक दूसरे को गुलाल लगाते हैं और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी देते हैं।
नेपाल, बिहार और भारत के पूर्वी राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल समेत उत्तर-पूर्वी राज्यों जैसे त्रिपुरा और असम में लोग सरस्वती मां के मंदिर में जाते हैं और उनकी पूजा करते हैं। वहीं, स्कूलों में इस दिन पूजा की जाती हैं। वहीं, कई स्कूलों की छुट्टी रहती है। बांग्लादेश मेंइस दिन एक विशेष पूजा की जाती है। ओडिशा में इस दिन को वसंत पंचमी / श्री पंचमी / सरस्वती पूजा के रूप में मनाया जाता है। आंध्र प्रदेश जैसे दक्षिणी राज्यों में इस दिन को श्री पंचमी कहा जाता है। चाहें इस दिन पूजा अलग-अलग तरह से क्यों न की जाए लेकिन देवी सरस्वती के मंत्र और आरती जरूर की जाती है। ऐसा करने से करियर में आने वाली बाधाओं का नाश होता है।