आधुनिक समय में मोटापा आम समस्या बन गई है। इस बीमारी से हर तीसरा व्यक्ति पीड़ित है। इसके कई कारण हैं, जिनमें गलत खानपान प्रमुख है। अगर खानपान और दिनचर्या में किसी भी प्रकार का बदलाव होता है, तो इसका असर शारीरिक और मानसिक सेहत पर पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें तो सेहतमंद रहने के लिए खाने, पीने और सोने सभी चीज़ों का पाबंद रहना बेहद जरूरी है। अगर लापरवाही बरतते हैं, तो कई प्रकार की बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें एक मोटापा भी है। एक बार वजन बढ़ जाए, तो वजन को नियंत्रित करना टेढ़ी खीर साबित होता है। इसके लिए अपनी डाइट में उन चीज़ों को नहीं जोड़ना चाहिए जो वजन बढ़ाने में सहायक होते हैं। खासकर सर्दी के दिनों में लोग फूडी हो जाते हैं। इससे वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए जरूरी है कि सर्दी के दिनों में अपनी डाइट में कम कैलोरीज लें। अगर आपको नहीं पता है, तो आइए जानते हैं कि सर्दियों में किन चीजों से परहेज करना चाहिए-
गाजर का हलवा
सर्दियों में लोग गाजर का हलवा चाव से खाते हैं। गाजर सेहत के लिए फायदेमंद होता है। खासकर आंखों के लिए यह दवा समान है। इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो वजन घटाने में सहायक है। हालांकि, गाजर का हलवा वजन घटाने में मददगार नहीं है। विशेषज्ञों की मानें तो एक कप गाजर के हलवा में 275 कैलोरीज होती है। इसके लिए सर्दियों में गाजर के हलवा से परहेज करें।
तिल के लड्डू
सर्दियों में तिल के लड्डू अधिक खाए जाते हैं। तिल की तासीर गर्म होती है। साथ ही गुड़ मिश्रित तिल के लड्डू खाने से शरीर गर्म रहता है। हालांकि, मोटापे से परेशान लोगों को तिल के लड्डू से परहेज करना चाहिए। अगर वजन घटाने की सोच रहे हैं, तो तिल के लड्डू बिल्कुल न खाएं, क्योंकि इसमें कैलोरीज की अधिकता होती है। एक तिल के लड्डू में 110 कैलोरीज होती है। इससे मोटापा को बढ़ावा को मिल सकता है।
चिक्की
सर्दियों में चिक्की भी खाई जाती है। लोनावला की चिक्की दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यह मूंगफली और गुड़ से बनती है। इसके लिए इसमें कैलोरीज भी अधिक होती है। फ़ूड चार्ट की मानें तो एक चिक्की में 79 कैलोरीज होती है। अगर आप 2 चिक्की का सेवन करते हैं, तो आप 150 कैलोरीज गेन कर लेते हैं। इसके लिए वजन घटाने वाले लोगों को चिक्की से परहेज करना चाहिए। जबकि, डॉक्टर्स वजन घटाने के लिए डाइट में कम कैलोरीज लेने की सलाह देते हैं।