रेल कर्मियों और उनके परिजनों का उपचार करने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने नई पहल की है। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल प्रशासन ने कोरोना काल में रेलकर्मियों के उपचार के लिए मोबाइल ओपीडी स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया है। ये मोबाइल ओपीडी स्पेशल ट्रेन अब छोटे स्टेशनों पर जाएगी।
रेलवे के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ तैनातपूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल प्रशासन ने कोरोना काल में ऐसे छोटे स्टेशनों पर, जहां चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां पर रेल कर्मियों और उनके परिवार को कोरोना और अन्य बीमारियों से बचाने के लिए एक कोच वाली मोबाइल ओपीडी स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया है। इस ट्रेन में रेलवे के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ अपने साथ जरूरी दवाएं और ऑक्सीमीटर जैसे उपकरण लेकर चलते हैं। इससे रेल लाइनों और छोटे स्टेशनों पर काम करने वाले कर्मियों को अब राहत मिलेगी।
वर्करों को रेल लाइन के पास ही लगाई जा रही वैक्सीन
बताना चाहेंगे, वाराणसी मंडल में पहले से ही वैक्सीन स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। इस दौरान फ्रंटलाइन वर्करों को रेल लाइन के पास ही करोना वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके लिए सभी रेल खंडों को 45 वर्ष से ऊपर के रेल कर्मियों की सूची सौंपी गई है।
दरअसल, इन दिनों छोटे स्टेशनों पर तैनात रेल कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन ने छोटे स्टेशनों पर तैनात रेल कर्मियों को सीधे चिकित्सीय उपचार पहुंचाने का निर्णय लिया है।
पूर्वोत्तर रेलवे की सभी यूनिटों को मोबाइल ओपीडी स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्देश पूर्वोत्तर रेलवे की लखनऊ मंडल की डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने सीतापुर, गोंडा और गोरखपुर सहित सभी यूनिटों को अपने यहां से मोबाइल ओपीडी स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी रेल कर्मियों एवं उनके परिजनों से अपील की है कि कोविड संक्रमण के शुरुआती लक्षणों के दिखते ही चिकित्सकों से परामर्श अवश्य लें।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे की लखनऊ मंडल की डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री के निर्देश पर सभी छोटे रेलवे स्टेशनों तक मोबाइल ओपीडी स्पेशल ट्रेन से चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
मेडिसिन किट के पैकेट का भी किया जा रहा है वितरण