पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी में अंफान राहत के तहत बांटने के लिए भेजे गए तिरपाल के कथित घोटाले के आरोप में कांथी थाने में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी और उनके भाई सौम्येंदु अधिकारी के ख़िलाफ़ एक एफ़आईआर दर्ज की गई है.दूसरी ओर, कभी शुभेंदु के करीबी रहे एक व्यक्ति की नौकरी देने के नाम पर ठगी के मामले में गिरफ्तारी ने भी विपक्ष के नेता की चिंता बढ़ा दी है.
हालांकि शुभेंदु ने अब तक इन मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं की है.लेकिन उनके पिता सांसद शिशिर अधिकारी ने इसे राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया है. उनका कहना है कि कोलकाता से धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार राखाल बेरा से लंबे समय से शुभेंदु का कोई संपर्क नहीं है.
कांथी नगरपालिका प्रशासक बोर्ड के सदस्य रत्नदीप मान्ना ने थाने में शुभेंदु और उनके भाई समेत चार लोगों के ख़िलाफ़ नामजद एफ़आईआर दर्ज कराई है.एफ़आईआर में आरोप लगाया है कि शुभेंदु और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सौम्येंदु (शुभेंदु के भाई) के निर्देश पर केंद्रीय बल के चार-पांच जवान नगरपालिका के गोदाम से राहत के लिए रखे तिरपाल से लदे एक वाहन को लेकर चले गए थे. उन पर एक लाख से अधिक की तिरपाल की लूट का आरोप लगाया गया है.एफ़आईआर में कहा गया है कि नगरपालिका के जिन दो कर्मचारियों ने इस मामले में सहायता की थी उन्होंने माना है कि शुभेंदु और उनके भाई के कहने पर ही उन्होंने इस काम में सहायता की थी.
दूसरी ओर, कोलकाता से नौकरी के नाम पर ठगी के आरोप में गिरफ्तार राखाल बेरा को टीएमसी ने शुभेंदु का करीबी बताया है टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष का कहना था कि इन मामलों में क़ानून अपना काम करेगा, जांच से सब साफ हो जाएगा.