हरिद्वार। हरिद्वार-दिल्ली की राह में रुड़की शहर के यातायात का दबाव अब यात्रियों को नहीं झेलना होगा। ऐसा बहुप्रतिक्षित हरिद्वार-रुड़की-मंगलौर बाईपास के चालू होने के कारण होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने 12.5 किमी लंबे बहुप्रतिक्षित हरिद्वार-रुड़की-मंगलौर बाईपास पर आवागमन शुरू कर दिया है। इससे दिल्ली के लिए करीब 15 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। हालांकि, फोरलेन के इस रास्ते के एक हिस्से में कुछ काम बाकी रहने के कारण के दो लेन के एक ही हिस्से को अभी चालू किया गया है। बताया गया है कि जल्द ही दूसरा हिस्सा भी चालू कर दिया जाएगा। इस मार्ग के निर्माण पर करीब 120 करोड़ का खर्च आया है।
जिलाधिकारी सी. रविशंकर और एसएसपी सेंथिल अवुदई कृष्णराज एस ने हरिद्वार से नारसन बार्डर के निरीक्षण के दौरान आने-जाने के लिए इसी मार्ग का इस्तेमाल किया। एनएचएआइ से 22 जनवरी को मार्ग के ट्रायल के लिए इसे खोल दिया था। शनिवार को इसे आम इस्तेमाल के लिए पूरी तरह चालू कर दिया गया है।
यात्रियों का कहना है कि इस रास्ते के इस्तेमाल से नारसन तक जाने में पहले लगने वाले समय में 40 से 45 मिनट की कमी आ गई है। 12.5 किलोमीटर के हरिद्वार-रुड़की-मंगलौर बाईपास पर यात्री आवागमन सुचारू बनाने को छह अंडरपास, एक फ्लाईओवर, एक रेलवे ओवर ब्रिज और सोलानी नदी पर पुल का निर्माण किया गया है।
कुंभ में बार्डर पर बनाए जाएंगे होल्डअप एरिया
कुंभ के दौरान दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की जांच और पंजीकरण इत्यादि को लेकर जिला प्रशासन व्यवस्थाएं बनाने में जुट गया है। शनिवार को एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के साथ खानपुर-पुरकाजी और बालावाली-बिजनौर बार्डर का निरीक्षण किया। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को रोकने के लिए दोनों बार्डर पर भवनों का चयन किया है। एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि कुंभ के दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण व कोरोना टेस्ट की अनिवार्यता की व्यवस्था लागू होने की सूरत में सीमा पर उनकी जांच के लिए उन्हें रोकना होगा।
ऐसे में बार्डर पर ऐसे होल्डअप एरिया बनाए जा रहे हैं जहां अधिक संख्या होने पर श्रद्धालुओं को रोककर उनकी जांच इत्यादि की जा सके। होल्डअप एरिया में सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी। इससे बार्डर पर जाम व असुविधा की स्थिति से भी बचा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि बालावाली सीमा पर बालावाली इंटर कॉलेज का चयन होल्डअप एरिया के रूप में किया गया है। खानपुर बार्डर पर स्थान का चयन किया जा रहा है। एसडीएम ने बताया कि समय से सभी व्यवस्थाओं को पूरा कर लिया जाएगा।