प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भू-राजनीति विषय से जुड़े भारत के प्रमुख वैश्विक सम्मेलन रायसीना डायलॉग के छठे संस्करण का उद्घाटन करेंगे। कोविड महामारी की वजह से रायसीना संवाद का छठा संस्करण ऑनलाइन आयोजित हो रहा है, जो कि आज से शुरू हो कर 16 अप्रैल तक चलेगा। विदेश मंत्रालय और ऑर्ब्जवर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
रवांडा के राष्ट्रपति और डेनमार्क की पीएम मुख्य अतिथि के तौर पर लेंगे हिस्साइस बार के रायसीना डायलॉग की थीम: वायरल वर्ल्ड: आउटब्रेक्स आउटलायर्स एंड आउट ऑफ कंट्रोल (ViralWorld: Outbreaks, Outliers and Out of Control) है। इसमें कुल 50 सत्र होंगे, जिसमें 50 देशों और बहुपक्षीय संगठनों के 150 वक्ता हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी के वीडियो संदेश के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन होगा। उद्घाटन सत्र में रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे और डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिक्सन मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेंगे।
बाद के सत्रों में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल भी हिस्सा लेंगे। पुर्तगाल, मालदीव, जापान और ईरान के विदेश मंत्रियों के अलावा इस वार्ता में कई नेता और अधिकारी हिस्सा लेंगे।
क्या है रायसीना डायलॉग
दुनिया के अलग-अलग देशों के लोगों का एक मंच है। जहां वैश्विक हालात और चुनौतियों पर एक सार्थक चर्चा के उद्देश्य से रायसीना डायलॉग की शुरुआत की गई। इसमें 100 से ज्यादा देश के तमाम प्रतिनिधि हिस्सा लेते हैं। केंद्र सरकार ने रायसीना डायलॉग की शुरुआत 2016 में की थी। जिसके बाद से हर साल इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले देशों और लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है।
गौरतलब हो कि साल 2020 में 14 से 16 जनवरी तक रायसीना डायलॉग भारत में आयोजित किया गया था, जिसमें रूस, ईरान और ऑस्ट्रेलिया सहित 13 देशों के विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया। जबकि 105 देशों के 180 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए।