इसी महीने की शुरुआत में म्यांमार की लोकतांत्रिक सरकार को बंदी बनाकर तख्तापलट के जरिए सत्ता अपने हाथ में ले चुकी सेना ने अब अपने सख्त तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। म्यांमार की सेना ने तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को यह चेतावनी दी है कि अगर वे सेना के रास्ते में आए तो उन्हें 20 साल तक की जेल की सजा हो सकती है।
बता दें कि तख्तापलट के बाद से ही म्यांमार की नेता आंग सांग सू की कि रिहाई की मांग के साथ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। सेना ने प्रदर्शन को कमजोर करने के लिए सोशल मीडिया साइट्स तक पर बैन लगा दिया है और कई इलाकों में इंटरनेट भी बंद है। हालांकि, इसके बावजूद हजारों लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
कानून में बदलाव करते हुए सेना ने यह बताया है कि अगर सैन्य नेताओं के खिलाफ किसी ने नफरत फैलाई या फिर उनकी अवमानना की तो लंबी अवधि की सजा के साथ ही भारी-भरकम जुर्माना भी चुकाना पड़ेगा। प्रदर्शनकारी सू की के साथ ही अन्य नेताओं की रिहाई की भी मांग कर रहे हैं।