मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वैक्सीन की सुरक्षित स्टोरेज और कोल्ड चेन के संबंध में फुलप्रूफ व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। कोविड-19 वैक्सीन के स्टोरेज सेंटर में सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं। कोरोना वैक्सीनेशन को ध्यान में रखते हुए बायोमेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण की व्यवस्था अभी से की जाए।
मुख्यमंत्री शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन के संबंध में की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि वैक्सीन सेंटर पर इसके लगने के बाद संबंधित व्यक्ति के लिए कुछ समय रुकने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने वैक्सीन सेंटर पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएं। प्रदेश में कोविड-19 का टीकाकरण का काम निर्धारित टाइम लाइन के अनुसार संपन्न कराने के लिए जरूरी है कि पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेटर्स की उपलब्धता रखी जाए। जिले स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। वैक्सीन लगाने के लिए वैक्सीनेटर्स को तैयार करने का काम पूरी तेजी से चलाए जाएं।
केंद्र सरकार कोरोना वैक्सीन की मानकों के अनुरूप स्टोरेज के लिए आईसलैंड रेफ्रिजरेटर और डीपफ्रीजर उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में 2.5 लाख लीटर वैक्सीन भंडारण की व्यवस्था हो गई है। वैक्सीनेशन के लिए छह करोड़ सिरिंज की जरूरत होगी। अब तक 4.5 करोड़ सिरिंज का आवंटन कर दिया गया है।
एक वैक्सीनेशन टीम रोजाना 100 लोगों का टीकाकरण करेगी। हर टीम के साथ एक सिपाही और एक होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जाएगी। जिस व्यक्ति को टीका लगाया जाएगा उसके फोन पर टीका लगाने का समय, स्थान व दिनांक सूचित किया जाएगा। टीकाकरण के बाद संबंधित व्यक्ति को वैक्सीनेशन सेंटर पर 30 मिनट रुकना होगा। प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की स्टोरेज के लिए 35,000 केंद्र बनाए जाएंगे।