उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के राजकीय महाविद्यालयों को यूपी सरकार ने एक बड़ा तोहफा दिया है. ग्रामीण इलाकों में आने वाले कॉलेजों में हमेशा ही सुविधाओं का अभाव रहा है. अब सरकार ने फैसला लिया है कि इन कॉलेजों में भी छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ई लर्निंग पार्क, वाईफाई इंटरनेट कनेक्शन और एक्सेस विकसित किया जाएगा. हर कॉलेज को 5 कंप्यूटर, 5 प्रिंटर, 3 टेबल कुर्सी, वाईफाई और इंटरनेट की सुविधा दी जाएगी.इसके लिए प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 3 करोड़ 11 लाख 25 हजार रूपए स्वीकृत कर दिए हैं. इसी के ही साथ उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत नए कॉलेज खोले जाएंगे.
नए कॉलेज खोलने के लिए धनराशि स्वीकृत
कॉलेजों की स्थापना हेतु ऑनलाइन मान्यता की पारदर्शी व्यवस्था के लिए धनराशि स्वीकृत कर दी गई हैइसके लिए कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 50 लाख रुपए की धनराशि की स्वीकृत की है. साथ ही निदेशक उच्च शिक्षा धन राशियों का उपयोगिता प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराएंगे.
उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अब यूजी हिंदी में छात्र-छात्राएं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का राष्ट्रीय काव्य पढ़ेंगे. अटल बिहारी की ‘कदम मिलाकर चलना होगा’ और उनकी ‘याद करें’ कविता को हिंदी के सिलेब्स में शामिल किया गया है. इसी के ही साथ निशंक की ‘मातृ वंदना’ और ‘हम भारतवासी’ कविता पढ़ने को मिलेगी.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पूरे प्रदेश में सभी सिलेबस अपग्रेड किए गए हैं। प्रदेश स्तर पर उच्च शिक्षा विभाग ने जो सिलेबस लागू किया है उसमें समकालीन राष्ट्रीय काव्य द्वितीय चरण में इन कविताओं को शामिल किया गया है.