अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के पर्सिवियरेंस रोवर के साथ मंगल ग्रह पर गए इंजेन्वनिटी हेलीकॉप्टर पहली नियंत्रित फ्लाइट के लिए तैयार है। इसे इसकी पहली उड़़ान के लिए मंगल की सतह पर ड्रॉप कर दिया गया है। स्पेस एजेंसी ने स्वयं इसकी खबर दी है। इससे पहले वह अब तक रोवर से जुड़कर चार्ज हो रहा था। बता दें कि यह पहला मौका होगा जब कोई हेलीकॉप्टर मंगल की सतह से उड़ेगा और कैमरे में उसका दृश्य कैद करेगा। आठ फरवरी को यह उड़ान भरेगा।
बता दें कि पर्सिवियरेंस रोवर 18 फरवरी को मंगल ग्रह पर लैंड हुआ था। 2.7 अरब डॉलर का यह मिशन है। इसका प्राथमिक इरादा लगभग तीन अरब साल पहले जब मंगल जीवन के अधिक अनुकूल था तब शायद मंगल ग्रह पर सूक्ष्म जीव पनपें हों इसका पता लगाना है। रोवर में दो माइक्रोफोन हैं। बीते दिनों उसने इसकी सहायता से सतह पर चहलकदमी का आडियो भेजा था। अंतरिक्ष एजेंसी ने एक 16 मिनट का ऑडियो जारी किया था। इसमें मंगल की सतह पर रोवर के पहियों के चलने की आवाज सुनाई दे रही है।
रोवर में इसके अतिरिक्त वेदर स्टेशन, 19 कैमरे लगे हैं। नासा को इनकी सहायता से स्पष्ट फोटोज मिलने की आशा है। इससे पहले यह अंतरिक्ष एजेंसी मंगल पर मोबाइल साइंस व्हीकल भेज चुका है, लेकिन पर्सिवियरेंस इससे ज्यादा बड़ा और परिष्कृत है। इसको मंगल की चट्टानों के नमूने एकत्र करने के लिहाज बनाया गया है। रोवर अपने साथ परियोजना से संबंधित कुछ खास उपकरण भी लेकर गया है। इसमें यह हेलीकॉप्टर भी है, जिसे दूसरे ग्रह पर नियंत्रित उड़ान परीक्षण बनाया गया है।