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Tuesday, July 8, 2025

भाजपा के दांव से कठिन हुई अखिलेश के विधान सभा पहुंचने की राह 

भाजपा के दांव से कठिन हुई अखिलेश के विधान सभा पहुंचने की राह 

करहल में एसपी सिंह बघेल को उतार भाजपा ने सपा प्रमुख को घेरा 

केशव मौर्य ने मैनपुरी पहुंच पहले ही दिन बघेल के चुनाव प्रचार का किया धमाकेदार आगाज

केशव ने कहा मैनपुरी में हलचल है खिलने जा रहा कमल है 

सपा के लिए बड़ी चुनौती साबित होगी दलितों,पिछड़ों में बघेल की लोकप्रियता 

भाजपा के औचक दांव से सपा के रणनीतिकारों में खलबली 

लखनऊ, 31 जनवरी।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए करहल से विधान सभा पहुंचना आसान नहीं होगा। भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को अचानक करहल विधान सभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री और आगरा से सांसद एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतार कर यह साफ कर दिया है। भाजपा के इस औचक दांव से सपा के रणनीतिकारों में खलबली है। पिछड़ों और दलितों के बीच एसपी सिंह बघेल की लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा का यह दांव सपा और अखिलेश यादव की चिंता बढ़ा सकता है।

भाजपा ने करहल में बघेल को उतार कर एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। बघेल की उम्‍मीदवारी के जरिये पार्टी ने जहां सपा का गढ़ माने जाने वाले इस क्षेत्र में अपनी दमदार चुनौती पेश कर दी है, वहीं अखिलेश के लिए सुरक्षित ठिकाना तलाश लेने की सपा रणनीतिकारों की योजना पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि करहल से बघेल के नामांकन के साथ ही भाजपा ने आक्रामक अंदाज में अपने प्रचार अभियान का आगाज कर दिया। खुद उपमुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को मैनपुरी में धुंवाधार प्रचार और डोर टू डोर कैंपेन के जरिये पार्टी उम्‍मीदवार एसपी सिंह बघेल के पक्ष में माहौल बनाया। मौर्य ने कहा कि एसपी सिंह बघेल भारी मतों से करहल से जीत दर्ज करने जा रहे हैं। यहां से विधान सभा पहुंचने का अखिलेश यादव का सपना पूरा नहीं होगा।

जातिगत समीकरण के लिहाज से भी करहल में बघेल और अखिलेश की चुनावी जंग दिलचस्‍प होती नजर आ रही है। करहल में करीब 27 फीसदी यादव मतदाता हैं,जबकि ठाकुर समुदाय की हिस्‍सेदारी 12 फीसदी से अधिक है। शाक्‍य, मौर्य,कुशवाहा समुदाय की हिस्‍सेदारी 12 फीसदी से अधिक है। पाल,ग‍डेरिया,धनगर समाज करीब 9 फीसदी है,जबकि मुस्लिम वर्ग और ब्राहमण समुदाय की हिस्‍सेदारी 5-5 फीसदी है। इसके साथ ही दलित समुदाय की हिस्‍सेदारी 12 से 14 फीसदी तक है।

ऐसे में जातिगत गणित को देखते हुए भी करहल का मुकाबला बेहद रोचक माना जा रहा है। एसपी सिंह बघेल के क्षेत्र से भलीभांति वाकिफ होने और दलितों व पिछड़ों में उनकी लोकप्रियता अखिलेश यादव और उनके चुनाव प्रबंधकों के लिए चिंता का कारण बन सकती है। यही कारण है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भारतीय जनता पार्टी ने उनके गढ़ में ही घेरने की तैयारी कर ली है।

आगरा से सांसद हैं बघेल

एसपी बघेल आगरा की लोकसभा सीट से सांसद हैं। आगरा से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर सांसद बनने के बाद उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान मिला। भाजपा ने अब उन्हें अखिलेश यादव के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार कर बड़ा संदेश दे दिया है।

newsaddaindia6
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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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