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Friday, October 18, 2024

बेंगलुरु में पुलिस स्टेशन के बाहर आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया

केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पिछले दो माह से अधिक समय से किसानों का प्रदर्शन जारी है। बीते गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के बाद अब किसान आंदोलन को और धार देने के लिए संगठनों ने आज देशव्यापी चक्का जाम का ऐलान किया है। किसानों के इस चक्का जाम को कांग्रेस समेत कई पार्टियों का समर्थन प्राप्त है।  हालांकि, चक्का जाम का असर राजधानी दिल्ली में नहीं होगा। प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में आज यानी शनिवार को चक्का जाम नहीं होगा। इधर, देशव्यापी चक्काजाम ’के तहत कृषि कानूनों के खिलाफ कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका पुलिस स्टेशन के बाहर आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने आज हिरासत में ले लिया।

किसान देश के अन्य हिस्सों में शांतिपूर्ण तरीके से तीन घंटे के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों को बाधित करेंगे। ‘चक्का जाम’ शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक किये जाने का प्रस्ताव है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शनिवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा, लेकिन इन दोनों राज्यों के किसानों को किसी भी समय दिल्ली बुलाया जा सकता है। किसान देश के अन्य हिस्सों में शांतिपूर्ण तरीके से तीन घंटे के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों को बाधित करेंगे।

किसान शांतिपूर्ण तरीके से कर रहे हैं चक्का जाम: टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देश में किसानों का चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। उन्होंने कहा कि देश की मिट्टी से किसानों को जोड़ेंगे। नए युग का जन्म होगा। इसमें राजनीति वाले कहां हैं, यहां कोई नहीं आ रहा है। ये जन आंदोलन है। रोटी तिजोरी में बंद न हो, ये उसका आंदोलन है। यूपी और उत्तराखंड में कुछ हंगामा करने वाले थे, इसलिए वहां चक्का जाम नहीं किया जाएगा। हम कहीं नहीं जा रहे हैं। हम अक्टबूर तक बैठेंगे।

किसान शांतिपूर्ण तरीके से कर रहे हैं चक्का जाम: टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देश में किसानों का चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। उन्होंने कहा कि देश की मिट्टी से किसानों को जोड़ेंगे। नए युग का जन्म होगा। इसमें राजनीति वाले कहां हैं, यहां कोई नहीं आ रहा है। ये जन आंदोलन है। रोटी तिजोरी में बंद न हो, ये उसका आंदोलन है। यूपी और उत्तराखंड में कुछ हंगामा करने वाले थे, इसलिए वहां चक्का जाम नहीं किया जाएगा। हम कहीं नहीं जा रहे हैं। हम अक्टबूर तक बैठेंगे।

बेंगलुरु में प्रदर्शनकारी हिरासत में

इधर, देशव्यापी चक्काजाम ’के तहत कृषि कानूनों के खिलाफ कर्नाटक के बेंगलुरु में येलहंका पुलिस स्टेशन के बाहर आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने आज हिरासत में ले लिया।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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