नोएडा. 3 पिलर और 250 तारों पर बन रहा पर्थला फ्लाई ओवर नोएडा का सिग्नेचर ब्रिज कहा जा रहा है. प्रोजेक्ट के अनुसार यह फ्लाई ओवर जून 2022 में शुरु होना था. लेकिन काम की रफ्तार को देखते हुए नोएडा के अफसरों का कहना है कि अब इसके अक्टूबर 2021 में पूरा हो जाने की उम्मीद है. 7 महीने बाद गाड़ियां इस पर फर्राटा भरने लगेंगी. नोएडा के एक दर्जन से ज़्यादा सेक्टर और ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) को इस फ्लाई ओवर का बड़ा फायदा मिलेगा. वहीं दिल्ली (Delhi) से गाज़ियाबाद, हापुड़ जाने वाले भी एक लम्बे ट्रैफिक जाम से बचेंगे.
लोगों की मानें तो पर्थला गोलचक्कर पर एफनजी रोड सेक्टर 71 से किसान चौक की तरफ जाने वाली सड़क पर अक्सर जाम के से हालात रहते हैं. सुबह-शाम ऑफिस के वक्त एक लम्बा जाम लगना आम बात है. 10 मिनट का सफर 30 से 45 मिनट का हो जाता है.
3 पिलर बनते ही रख दिया जाएगा स्ट्रक्चर
अफसरों का कहना है कि 600 मीटर लम्बा यह फ्लाई ओवर तीन पिलर पर टिका होगा. क्योंकि सिग्नेचर ब्रिज की तरह ऊपर से यह 250 तारों पर टिका होगा. यह 6 लेन का फ्लाई ओवर है. पिलर बनाने का काम तेजी से चल रहा है. इसकी लागत करीब 80 करोड़ रुपये बताई जा रही है. काम में कोई ढिलाई न बरती जाए और अक्टूबर में फ्लाई ओवर शुरु हो जाए इसके लिए नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
जानकारों की मानें तो नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर करीब 140 करोड़ की लागत से तीन अंडरपास का काम चल रहा है. अंडरपास बनने से आसपास के सेक्टरों, गांवों व मेट्रो के यात्रियों को इसका बड़ा फायदा मिलेगा. योजना के मुताबिक,सेक्टर-142 एडवंट के पास, झट्टा और कोंडली बांगर के पास अंडरपास का काम चल रहा है. अभी तक एक ओर से दूसरी तरफ जाने के लिए या तो लंबा चक्कर लगाना होता था या फिर जो अंडरपास पहले से बने हैं उनका इस्तेमाल करना होता था, लेकिन यहां ज़्यादातर लंबा जाम लगा रहता था.