पश्चिम बंगाल में भारतीय नौसेना एक पनडुब्बी संग्राहलय बनाने जा रही है। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह विशाखापत्तनम के बाद देश का दूसरा नौसेना का पनडुब्बी संग्रहालय होगा। यह विशाखापत्तनम जैसा ही होगा, लेकिन उससे उन्नत होगा। इससे जहां पश्चिम बंगाल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही यह युवाओं को नौसेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगा।
यह जानकारी अमर उजाला से खास बातचीत में बंगाल क्षेत्र के नौसेना के मुख्य प्रवक्ता कमांडर सुदीप्तो मोइत्रा ने दी। मोइत्रा ने बताया कि भारतीय नौसेना पनडुब्बी संग्रहालय बनाने के लिए बंगाल सरकार से बातचीत हो गई है। इसके लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है और प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल दीघा रेलवे स्टेशन के पास ही नौसेना पनडुब्बी संग्रहालय बनने जा रही है। सरकार भी इसके लिए काफी उत्साहित है। इसमें और क्या-क्या होगा, इस पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
विशाखापत्तनम से उन्नत होगा
सुदीप्तो ने बताया कि यह विशाखापत्तन स्थित देश के पहले पनडुब्बी संग्राहलय से काफी उन्नत होगा। इसमें जिस पनडुब्बी को शामिल किया जाएगा, वह काफी अत्याधुनिक होगा और उसमें किसी तरह का फेरबदल नहीं किया गया होगा। इससे लोगों को भारतीय नौसेना की कार्यशैली को जानने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि हर साल लाखों पर्यटक दीघा आते हैं, क्योंकि यह समुद्री किनारा है। उन्होंने कहा कि जो लोग विशिखापत्तनम नहीं जा सकते, वे यहां पर नौसेना का अनुभव ले सकते हैं।
युवाओं को मिलेगी प्रेरणा
सुदीप्तो मोइत्रा ने बताया कि भारतीय नौसेना युवाओं को नेवी की तरफ आकर्षित करने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। ताकि अधिक से अधिक युवा नौसेना में आएं और अपना करियर बनाएं। यह म्यूजियम उन युवाओं के लिए प्रेरण का काम करेगा जो नौसेना को ज्वॉइन करना चाहते हैं। उनको इसे बहुत करीब से समझने का मौका मिलेगा।
नेवल एयरक्राफ्ट म्यूजियम के दूसरे फेज का काम शुरू
मोइत्रा ने बताया कि नौसेना का कोलकाता से सटे न्यू टाउन में पहले से ही एक नेवल एयरक्राफ्ट म्यूजियम है। यह पश्चिम बंगाल सरकार के सहयोग से बनाया गया है। इसका उद्घाटन बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था। इसके दूसरे फेज का काम भी शुरू हो चुका है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।