कोरोना का संक्रमण शुरू होने के बाद से मुंबई की लोकल ट्रेनों को बंद करने का फैसला हुआ था लेकिन आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों को यात्रा की अनुमति थी। लेकिन इस बीच रेलवे ने ट्रेनों का समय बदलने का निर्णय लिया है जो कि 3 दिसंबर से लागू होना है।
इससे नाराज इन यात्रियों ने बुधवार सुबह मुंबई के पालघर, केलवे रोड और सफले पर 30 मिनट के रेल रोको विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने यह कहते हुए पटरियों पर कब्जा कर लिया कि वे समय बदलने से समय पर अपने ऑफिस तक पहुंचने में असमर्थ होंगे। हालांकि, रेलवे के एक अधिकारी सुमित ठाकुर ने कहा कि समय को अस्थायी रूप से बदल दिया गया है।
प्रदर्शन में शामिल नर्स सरिता सांखे ने कहा कि सेवाओं को पहले के समय के अनुसार चलना चाहिए। “इससे पहले मैं अपने ऑफिस तक सुबह 6.30 बजे तक पहुंच जाती थी और नाइट ड्यूटी के कर्मचारियों को राहत मिलती थी। अब समय बदलने के साथ, नाइट ड्यूटी स्टाफ को रुकना होगा।”मध्य दिसंबर से, बॉयोमीट्रिक अटैंडेंस फिर से शुरू हो जाएगी और मुझे काम के लिए देर हो जाएगी और अपने सीनियर्स से फटकार का सामना करना पड़ेगा।”