बर्फीले और दुर्गम पहाड़ों पर छिपे देश के दुश्मनों को तलाशना अब मुश्किल नहीं होगा। यह सब होगा आईआईटी के स्टार्टअप इंड्योरएयर के हेलीकॉप्टर से। किसी भी कठिन मिशन को यह आसानी से पूरा कर सकेगा। सेना को ध्यान में रखकर बनाए गए हेलीकॉप्टर का प्रयोग मेडिकल किट पहुंचाने और रेस्क्यू में भी किया जा सकता है। बेंगलुरु में होने वाले एशिया के सबसे बड़े एयर शो एयरो इंडिया 2021 में ये हेलीकॉप्टर जलवा बिखेरने को तैयार है। शो तीन से पांच फरवरी के बीच होगा।
आईआईटी के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. अभिषेक की देखरेख में इसे तैयार किया गया है। अभिषेक के मुताबिक डिजाइन भी सेना को ध्यान में रखते हुए की गई है। इसमें मेडिकल किट बॉक्स के साथ सीबीआरएनई सेंसर, लिडार तकनीक के अलावा कई अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग हुआ है। लिडार तकनीक के माध्यम से पहाड़, नदी या पेड़ होने के बावजूद व जमीन की हकीकत को जा जा सकेगा।
वर्टिकल करेगा टेकऑफ व लैंडिंग
प्रो. अभिषेक के मुताबिक विशेष हेलीकॉप्टर अन्य की तरह लैंडिंग या टेकऑफ नहीं करेगा। यह वर्टिकल टेकऑफ व लैंडिंग करने से किसी भी स्थान से आसानी से उड़ान भर सकेगा। हेलीकॉप्टर का वजह महज 4 किलो है।
बर्फ व आग में भी करेगा काम
अभिषेक के मुताबिक हेलीकॉप्टर माइनस 20 से 50 डिग्री सेल्सियस के बीच आसानी से काम कर सकता है। मतलब इसका प्रयोग पहाड़ियों पर या रेगिस्तान में भी किया जा सकता है।
15 किमी तक भेज सकता है वीडियो
रेस्क्यू व सेना को ध्यान में रखकर इसमें विशेष कैमरे लगाए गए हैं, जो सेंसर से जुड़े हैं। यह 15 किमी की दूरी से भी वीडियो डाटा आसानी से भेज सकता है। इसमें क्राउड मॉनीटरिंग के लिए भी सेंसर लगे हैं।