तमिलनाडु और पुडुचेरी में खतरनाक चक्रवात तूफान ‘निवार’ अब धीरे-धीरे कमजोर होता जा रहा है। प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘निवार’ गुरुवार तड़के पुडुचेरी के निकट पहुंचा, जिससे केन्द्र शासित प्रदेश और पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने बताया कि ‘निवार’ पुडुचेरी के पास तट से गुजरने के बाद कमजोर होकर भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। निवार ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में कितना नुकसान पहुंचाया है, इसका सरकारी आंकड़ा सामने आ गया है। पुडुचेरी मे जहां इस तूफान से एक भी मौत नहीं हुई है, वहीं तमिलनाडु में तीन लोगों की जानें चली गईं हैं।
तमिलनाडु के एडिशनल चीफ सेक्रेट्री अतुल्य मिश्रा ने कहा कि निवार तूफान की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। इस तूफान में करीब 101 घरों को नुकसान पहुंचाया है और 380 पेड़ उखड़ गए। आवश्यक सेवाओं को अब पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है।
पुडुचेरी और आसपास के क्षेत्रों में ‘निवार’ चक्रवात के कारण गुरुवार को भारी बारिश हुई तथा कई पेड़ उखड़ गए, बिजली के खंभों को नुकसान हुआ और कई स्थानों पर जलभराव हो गया। संघ शासित प्रदेश के किसी भी हिस्से से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने बृहस्पतिवार को बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पुडुचेरी में 23 सेंटीमीटर बारिश हुई और चक्रवात के कारण किसी की मौत होने की खबर नहीं मिली है। ज्यादातर रिहायशी इलाकों में जलभराव हो गया और लोग घरों के अंदर रहे।
इससे पहले आईएमडी ने कहा था कि तूफान के पुडुचेरी के पास तट से गुजरते समय, 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जो बढ़कर 145 किलोमीटर प्रति घंटे भी हो सकती हैं। ‘निवार बुधवार देर रात यहां पहुंचने लगा था। मौसम विज्ञान विभाग ने ट्वीट किया, ‘प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘निवार 25 नवम्बर रात साढ़े 11 बजे से 26 नवम्बर तड़के ढाई बजे पुडुचेरी के पास एक तट से गुजरा।’ एक अन्य ट्वीट में उसने कहा, ‘प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘निवार , कमजोर होकर भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है।’
चेन्नई के मौसम विज्ञान केन्द्र के उप महानिदेशक एस. बालचंद्रन ने बताया कि तमिलनाडु में अभी बारिश जारी रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि तूफान अब मैदानी इलाके में है। वहां बारिश और तेज हवाएं चलनी जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि अगले छह घंटों में भीषण चक्रवाती तूफान और कमजोर हो जाएगा।
सुरक्षा उपायों के तहत तमिलनाडु में करीब 2.5 लाख लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। बताया जा रहा है कि स्थिति का आकलन किया जाएगा और उसके आधार पर मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी किसानों के लिए मुआवजे और बीमा भुगतान का एलान करेंगे।