चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को एक बार फिर से रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद अभी तक रिम्स डायरेक्टर के बंगला में रह रहे थे। माना जा रहा है कि कथित फोन कॉल मामला सामने आने के बाद जेल प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। गुरुवार को रिम्स प्रशासन ने लालू को निदेशक बंगले से अस्पताल के पेइंग वार्ड में शिफ्ट करने के संबंध में आदेश जारी किया था। आदेश जारी होते ही पुलिस और प्रशासन के लोग रिम्स डायरेक्टर बंगला पहुंच गए और शाम करीब चार बजे उन्हें पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया।
चारा घोटाले के अलग-अलग मामलों में दोषी करार दिए गए लालू रांची के बिरसा मुंडा कारा में बंद थे। बाद में स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों के बाद उन्हें रांची स्थित रिम्स में भर्ती किया गया था। वे करीब दो साल से रिम्स में इलाजरत हैं। हालांकि कोरोना महामारी के समय अस्पताल प्रशासन ने उम्र और बीमारी को देखते हुए उन्हें निदेशक बंगला में शिफ्ट कर दिया था। 5 सितंबर को पेइंग वार्ड के जिस कमरा नंबर 11 से लालू प्रसाद को शिफ्ट किया गया था, आज 26 नवंबर को फिर से पेइंग वार्ड के उसी कमरा नंबर 11 में वे पहुंच गए हैं।
हाल ही में लालू पर आरोप लगा कि जेल में रहते हुए वे कथित तौर पर फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं और बिहार की नवगठित एनडीए सरकार को गिराने के लिए नेताओं और विधायकों को प्रलोभन दे रहे हैं। इस मामले के तुल पकड़ने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है। सबसे पहले सुशील मोदी ने लालू पर फोन करने का आरोप लगाया था। इसके बाद जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी ने भी कहा कि उनके पास भी लालू के कॉल आए थे।
फोन कॉल मामले पर बिहार की सियासत गरमाई हुई है। इसी बीच झारखंड हाईकोर्ट में एक पीआईएल भी दाखिल की गई है। जेल से फोन का इस्तेमाल करने और सरकार को अस्थित करने के प्रयास का पीआईएल में जिक्र किया गया है। साथ ही लालू के इस गतिविधि को जेल मैनुअल का उल्लंघन बताया गया है। दूसरी तरफ रांची डीसी ने इस मामले में बिरसा मुंडा कारा के जेल अधीक्षक से भी इस मामले में 24 घंटे के अंदर जवाब दाखिल करने को कहा है।
दूसरी तरफ, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि लालू यादव ने उनसे बात करने की कोशिश की थी। हालांकि मैंने बात नहीं की। उन्होंने कहा कि लालू ने मेरे विधायकों को भी प्रलोभन दिया था। मांझी ने पूरे मामले की जांच की मांग की है। हम अध्यक्ष ने कहा कि लालू यादव रांची जेल में बैठकर राजनीति कर रहे हैं। यह एक गलत परंपरा है और हमारी मांग है कि इस पूरे प्रकरण की जांच की जाए।
‘लालू की यह पुरानी आदत’
मांझी ने सुशील मोदी के आरोपों को सत प्रतिशत सही करार दिया और कहा कि मुझे तो प्रोटेम स्पीकर बनने से पहले और बाद भी तरह-तरह के ऑफर मिले थे। उन्होंने कहा कि हमारे लोगों को के पास एनडीए सरकार गिराने के बदले मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री पद तक के प्रलोभन दिए गए। मांझी ने कहा कि लालू की इस तरह की राजनीति करने की आदत रही है, लेकिन उनके प्रलोभन में कोई फंसने वाला नहीं है।
‘लालू की पार्टी को पीठ में खंजर घोंपने की आदत है’
विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष और बिहार सरकार में पशुपालन व मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि उनके पास भी लालू के फोन कॉल आए थे और मुझे जो जवाब देना था, दे दिया। सहनी ने इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया। हालांकि यह जरूर कहा कि लालू की पार्टी को पीठ में खंजर घोंपने की आदत है और ये काम मेरे साथ हाल ही किया गया था।