अमेरिकी चुनाव में जो बाइडेन की जीत को लेकर समाचार चैनलों पर आई खबर के बाद, डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने एक बयान में कहा: “सोमवार से, हमारा अभियान अदालत में हमारे मामले की सुनवाई शुरू करेगा ताकि चुनाव कानूनों को पूरी तरह से बरकरार रखा जा सके और योग्य विजेता को ही जीत का ताज मिले। “
मेल-इन और बैलट मतपत्रों को लेकर ट्रंप ने चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाया है। उन्होंने शनिवार को ट्विटर पर लिखा-“मंगलवार, शाम 8 बजे के बाद अवैध रूप से हजारों वोट दिए गए, चुनाव के दिन … पेन्सिलवेनिया और कुछ अन्य राज्यों में परिणाम बदले हैं।
दरअसल, अमेरिका में दो तरीकों से मतदान किया जा सकता है। एक इलेक्शन डे वाले दिन पोलिंग बूथ पर पहुंचकर और दूसरा मेल के जरिए यानी वोट को पोस्ट करके। इसके लिए हर राज्य में अलग नियम हैं और हर राज्य अपने हिसाब से तारीखों का ऐलान करता है। जो भी व्यक्ति मेल इन के जरिए वोट डालना चाहता है, उसे पहले ही रजिस्ट्रेशन करना होता है।
काउंटिंग जब शुरू हुई तो सबसे पहले वो वोट गिने गए जो 3 नवंबर को डाले गए थे। उसके बाद मेल इन वोटों की गिनती शुरू हुई। अब डोनाल्ड ट्रंप का आरोप है कि क्योंकि शुरुआत में वो जीत रहे थे, लेकिन जब मेल-इन वोट खुलने लगे तो बाइडेन बढ़त बनाने लगे।
गौरतलब है कि डेमोक्रेट्स पार्टी की ओर से लगातार अपने समर्थकों और वोटरों से कहा गया कि वे मेल के जरिए वोट डालना शुरू कर दें। एक महीने पहले जब मेल द्वारा वोटों को भेजना शुरू किया गया तो बड़ी संख्या में डेमोक्रेट्स समर्थकों ने अपना मत डालना शुरू किया और यही कारण है कि अब जब मेल-इन वोट खुलने लगे तो नतीजे डेमोक्रेट्स के पक्ष में जाना शुरू हो गए। यही कारण है कि डोनाल्ड ट्रंप ने काउंटिंग में घोटाला होने का आरोप लगाया है और नतीजों को मानने से लगभग इनकार कर दिया है।