केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश के तीसरे चिड़ियाघर, शहीद अशफाक उल्ला खॉ प्राणी उद्यान को रविवार को अपनी मान्यता दे दी। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने रविवार को खुद अपने ट्वीटर हेंडल से ट्वीट कर यह जानकारी दी।
केंद्र की इस मंजूरी के साथ ही केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण के निर्धारित मानदण्ड का अनुपालन करते हुए प्राणी उद्यान में वन्य-जीव को ला कर संरक्षित करने का रास्ता साफ हो गया है। उम्मीद है कि नए साल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर पूर्वांचल वासियों को प्राणी उद्यान का तोहफा प्रदान करेंगे। 28-29 अक्तूबर को ही केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण के दो सदस्यीय दल डॉ. देवेंद्र एवं डॉ. लक्ष्मी नरसिम्हा ने प्राणी उद्यान का निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था एवं शहीद अशफाक उल्ला खॉ प्राणी उद्यान निदेशालय को नवम्बर माह में कुछ आपत्तियां दर्ज कराई थी।
कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम ने उन सभी आपत्तियों का निराकरण कर दिया जिसकी रिपोर्ट, प्राणी उद्यान के निदेशक एच राजा मोहन ने पीसीसीएफ वाइल्ड लाइप सुनील कुमार पाण्डेय के जरिए केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण को भेजा था। संतुष्ट होने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर की अध्यक्षता में रविवार को हुई बैठक में गोरखपुर प्राणी उद्यान के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी गई।
केंद्र की स्वीकृति मिलने ही प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ एच राजा मोहन, डीएफओ अविनाश कुमार, राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह, पशु चिकित्सक डॉ योगेश प्रताप सिंह, उप प्रभाागीय वन अधिकारी संजय मल्ल, सहायक वन संरक्षक विवेक यादव, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुनील राव, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी अजय तिवारी, वन दरोगा रोहित सिंह, प्रशासनिक अधिकारी राजीव श्रीवास्तव ने हर्ष व्यक्त किया।
22 दिसंबर तक निर्मित कर देंगे मोनोपोल
उत्तर प्रदेश पॉवर ट्रासमिशन के अधिशासी अभियंता राम सुरेश ने हिन्दुस्तान को बताया कि प्राणी उद्यान के मुख्य द्वार के समक्ष हाई टेंशन लाइन हटाने के लिए मोनो पोल का निर्माण किया जाना है। इसके लिए फाऊडेशन बनाने का काम पूरा हो चुका है। पुणे से मोनो पोल निर्मित कर गोरखपुर ला कर एसेम्बल किया जाएगा।
अधिकारियों की टीम ने पुणे में तैयार पोल के टूकड़ों को निरीक्षण कर लिया है। सोमवार के लोडिंग कर परिवहन शुरू हो जाएगा। उम्मीद है कि 4 दिन में यह गोरखपुर आएगा और 22 दिसंबर तक इसे एसेम्बल कर लाईन शिफ्ट कर लिया जाएगा। हालांकि प्रमुख सचिव सुधीर गर्ग ने इस काम के लिए 30 नवम्बर की डेड लाइन दी थी, जो बीत चुकी है।
10 जनवरी तक पूरा कर देंगे मुख्य द्वार का काम
कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह ने हिन्दुस्तान को बताया कि सिर्फ मुख्य द्वार का काम शेष है। 40 मीटर ऊचा मोनो पोल लगाया जाना है, जैसे ही मोनो पोल लग जाएगा। मिट्टी भराई काम पूरा कर मुख्य द्वार के सौदर्यीकरण के सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे। उसके बाद मुख्य द्वार बंद किया जा सकेगा। 22 दिसंबर तक बिजली निगम अपना काम खत्म कर देगा तो 10 जनवरी तक वे भी अपने हिस्से का काम पूरा कर देंगे।
और लोकार्पण के साथ पयर्टकों के लिए खुलेगा प्राणी उद्यान
प्रमुख सचिव सुधीर गर्ग पहले ही कह चुके हैं कि प्राणी उद्यान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है।वे स्वयं चाहते हैं कि लोकार्पण के साथ ही इसे पयर्टकों के लिए खोल दिया जाए। हालांकि वन्य जीव को लाने का सिलसिला चलता रहेगा। लखनऊ, कानपुर प्राणि उद्यान एवं इटावा लायन सफारी से यहां वन्यजीव लाए जाने हैं जिसके लिए जरूरी तैयारियां कर ली गई हैं। मुख्य द्वार का काम पूरा होते ही सीजेडए के मानक परिवहन के नियमानुसार वन्यजीव ने लाए जाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
लोकार्पण के साथ ही शुरू होगा सांपघर, मछलीघर और इंडोर तितलीघर
प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ एच राजा मोहन कहते हैं कि सांपघर र्और मछलीघर क्रमश: विविध प्रजातियों के सर्प और मछलियों के साथ शुरू हो जाएगा। कोशिश इंडोर तितलीघर को भी शुरू करने की है। इसके अलावा ‘वॉक थ्रू एवियरी भी शुरू हो जाएगी जिसमें विभिन्न जलीय पक्षी उड़ान भरते कृत्रिम झील में अठखेलियां करते नजर आएंगे। इसके अलावा 48 व्यक्तियों की क्षमता वाला फोरडी थियेटर, इंटरप्रेटेशन सेंटर, सोवेनियर एरिया, पक्षी अवलोकन मार्ग भी शुरू हो जाएगा।
ये बाड़े भी होंगे गुलजार
तेंदुआ, हायना, स्लॉथ बियर, हिमालयन ब्लैक बियर, हॉग डियर(पाढ़ा), ब्लैक बग (काला मृग), स्पाटेड डियर (चीतल), साम्भर, बार्किंग डियर (काकड़)का बाड़ा आबाद हो जाएगा। इसके अलावा घड़ियाल और मगर (क्रोकोडाइल), फॉक्स (लोमड़ी), जैकॉल (सियार), वुल्फ (भेडिया), टर्टल (कछुआ) का बाडा भी आबाद हो जाएगा।
लागत
प्राणी उद्यान की लागत 234 करोड़ 36 लाख 62 हजार रुपये एवं प्लास जीएसटी है
क्षेत्रफल
121.342 एकड़ में है प्राणी उद्यान
34.01 एकड़ वेटलैंड है प्राणी उद्यान
29.75 एकड़ में वन भूमि है प्राणी उद्यान
57.58 एकड़ में एक्जिबिट एरिया
वन्य प्राणी विवरण
33- बाड़ा
58- प्रजातियां
387- वन्य प्राणियों की कुल क्षमता
213- वन्य प्राणी प्रथम चरण में रखे जाएंगे
वन्य प्राणियों के लिए निर्माण
वेटनरी हॉस्पिटल 01, किचन एवं फीड स्टोर 01, क्वैरेनटाइन सेंटर 04, रेस्क्यू सेंटर 04, इंसीनेटर हाउस 01, पोस्टमार्टम हाउस 01।
जन सुविधाएं: काफी चाय एवं अल्पाहार के लिए
कैफेटेरिया 01
कीआक्स 01
जनसुविधाएं: विश्राम के लिए
गजीबो 07
रेस्टिंग शेड 05
बेन्चेज 300
टायलेट्स ब्लाक 02
विशेष आकर्षण
4डी थियेटर 48 व्यक्तियों की क्षमता
इंटरप्रेटेशन सेंटर: तराई इको सिस्टम, मार्शलैण्ड इको सिस्टम, विन्ध्यन इको सिस्टम, विभिन्न पक्षी, सरीसृप एवं स्तनधारी से मिली जानकारी के लिए।
सोवेनियर एरिया: गोरखपुर मण्डल के समस्त जिलों के ओडीओपी उत्पादों की प्रदर्शनी
ट्वाय ट्रेन: रबर टायर वाली 3 बोगी युक्त 2 नग ट्वाय ट्रेनों प्रति ट्रेन 60 व्यक्तियों की क्षमता का संचालन
पक्षी अवलोकन मार्ग: वेटलैड नम भूमि में पक्षी अवलोकन गतिविधि के लिए