केंद्रीय गृहमंत्री का भांजा बनकर आगरा पहुंचे युवक ने गारमेंटस शोरूम से शॉपिंग की तो उसकी पोल खुल गई। 40 हजार रुपये की खरीदारी का बिल देने के लिए कथित भांजा विधायक के बेटे की तरफ देखने लगा। बेटे ने विधायक को प्रकरण से अवगत कराने के साथ गूगल सर्च किया तो राज खुल गया। इसके बाद कथित भांजे को थाना नाई की मंडी पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
विधायक जी नमस्कार। अमित शाह का भांजा विराज शाह बोल रहा हूं। आगरा में कुछ होटल बिक रहे हैं। उन्हें देखने आगरा आना चाहता हूं। अपना कोई बंदा साथ लगा देना जो आगरा घुमा दे। तीन दिन पहले इस अंदाज का फोन भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय के पास आया था। विधायक ने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को अमित शाह का भांजा बताया। कहा कि आगरा में काम है। उन्होंने उससे कहा कि स्वागत है। आगरा आ जाएं। सुबह उसी युवक ने उन्हें दोबारा फोन किया। कहा कि वह आगरा आ गया है। उन्होंने कहा कि वह एक शादी समारोह में दिल्ली आए हुए हैं। शाम तक आगरा पहुंचेंगे। तभी मुलाकात होगी। करीब एक घंटे बाद युवक का फिर फोन आया। कहा कि वह किसी को अपनी पहचान बताना नहीं चाहता। कोई भरोसे वाला व्यक्ति हो तो उनके साथ लगा दें। उसे जहां जाना है, वह ले जाएगा। उसने आगरा नहीं देखा है। विधायक ने अपने बेटे वात्सल्य उपाध्याय को फोन कर दिया। कहा कि एक अंकल आए हैं। उन्हें कुछ जगह जाना है। गाड़ी में साथ ले जाएं। चाय नाश्ता भी करा देना। बेटे ने ऐसा ही किया। दोपहर को बेटे का फोन आया। बताया कि वह युवक एमजी रोड स्थित बच्चूमल के शोरूम पर आया था। 40 हजार रुपये की खरीदारी कर ली है। बिल के लिए उनकी तरफ देख रहा है। क्या करना है। यह सुनकर विधायक को शक हुआ। उन्होंने छोटे बेटे आलौकिक को फोन किया। विराज शाह के बारे में नेट पर सर्च करने को कहा। आलौकिक ने गूगल पर नाम सर्च किया। युवक के कारनामे खुलकर आ गए। विधायक ने बड़े बेटे को कहा कि बिल मत देना। अंकल को घर लेकर पहुंचो। दुकानदार से बोल दो कि सामान घर भिजवा देंगे। भुगतान वहां कर देंगे।
शाम को विधायक दिल्ली से लौट आए। युवक ड्राइंग रूम में चाय की चुस्कियां ले रहा था। विधायक ने उससे सवाल-जवाब शुरू कर दिए। कहा कि वह तो झूठ बोल रहा है। उज्जैन (मध्य प्रदेश) में भाजपा विधायक के पीए के साथ ठगी हुई थी। वह घटना भी उसने अंजाम दी थी। यह सुनते ही युवक सकपका गया। कहने लगा कि कोई उसका हमशक्ल है। उसे बदनाम कर रहा है। बाद में विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने युवक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में थाना नाई की मंडी पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर भी दे दी थी।
घर पर बुलाई पुलिस
विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने एसएसपी बबलू कुमार को फोन किया। युवक के बारे में जानकारी दी। सूचना पर नाई की मंडी पुलिस विधायक के नोर्थ ईदगाह कालोनी स्थित आवास पर पहुंच गई। आरोपित को हिरासत में ले लिया। आरोपित ने पुलिस को अपना नाम विराज शाह पिता का नाम अश्विन भाई शाह पता अहमदाबाद, गुजरात बताया। पुलिस ने बताया कि आरोपित के बारे में छानबीन की जा रही है।
गूगल ने किया बेनकाब
गूगल पर विराज शाह सर्च करने पर अगस्त 2016 की एक खबर खुली। उसमें उज्जैन के जीआरपी थाने में ट्रेन में लाखों की चोरी का एक मुकदमा विराज शाह नामक युवक ने दर्ज कराया था। खुद को अमित शाह का भांजा बताया था। वहां के भाजपा विधायक मोहन यादव के पीए नरेश शर्मा से फोन पर बात की। वह खुद जीआरपी थाने पहुंचे। युवक को 15 हजार रुपये का नया मोबाइल दिलाया। चाय-नाश्ता कराने के बाद 50 हजार रुपये खर्चे के लिए दिए। गाड़ी कराकर घर तक भेजा था। बाद में जानकारी हुई कि युवक अमित शाह का भांजा नहीं था। तब उन्होंने ऋषिनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपित युवक को पकड़कर जेल भेजा था। गूगल पर आरोपित का तीन साल पुराना फोटो भी मिल गया। उसकी शक्ल विधायक योगेंद्र उपाध्याय के घर पहुंचे युवक से मिल रही थी।