नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना महामारी से निपटने के लिए दुनियाभर में टीके बनाने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। भारत में भी कम से कम आठ टीकों पर काम चल रहा है। उम्मीद है कि इनमें से तीन से चार टीके जल्द उपलब्ध होंगे। इसको देखते हुए सरकार ने राज्यों के लिए टीकाकरण अभियान को लेकर दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि किसको और कैसे वैक्सीन दी जाएगी। टीकाकरण के लिए बनाए गए हर केंद्र पर रोज एक सत्र में 100-200 लोगों को टीके लगाए जाएंगे और 30 मिनट तक उन्हें निगरानी में भी रखा जाएगा।
पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस समेत 12 तरह के दस्तावेज की होगी जरूरत हर सत्र में रोज सिर्फ 100 लोगों को ही वैक्सीन लगाई जाएगी। ये लोग पहले से ही रजिस्टर्ड होंगे। मौके पर रजिस्ट्रेशन कराने की कोई व्यवस्था नहीं होगी। रजिस्ट्रेशन के लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पेंशन के दस्तावेज समेत 12 दस्तावेजों में से कोई एक जरूरी होगा। जिस केंद्र पर लोगों के प्रतीक्षा और टीका लगाने के बाद उन पर निगरानी रखने के लिए अतिरिक्त स्थान की व्यवस्था होगी, वहां एक और टीम लगाकर रोज 200 लोगों को टीका लगाया जा सकता है।
केंद्र पर पांच सदस्यीय एक टीम
हर टीकाकरण केंद्र पर पांच सदस्यीय एक टीम होगी। इनमें एक टीकाकरण अधिकारी, एक अतिरिक्त अधिकारी, एक सुरक्षाकर्मी, टीका लगाने के बाद निगरानी रखने वाला एक अधिकारी शामिल होगा। इसके अलावा दो ऐसे लोग होंगे जो टीका लगाने आए लोगों की पड़ताल करेंगे। वो पहचान पत्रों की जांच कर उन्हें सत्यापित करेंगे। इसके अलावा, भीड़ प्रबंधन, सूचना शिक्षा और संचार के लिए जिम्मेदार दो-सहायक कर्मचारी होंगे। दिशानिर्देशों के मुताबिक टीका लगाने के लिए 50 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की पहचान करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनावों के नवीनतम मतदाता सूची का उपयोग किया जाएगा।
कोरोना के टीके को लेकर यह हैं प्रमुख बिंदु.
- पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को लगाया जाएगा टीका ,इनमें 50 साल और इससे अधिक उम्र के 26.5 करोड़ लोग होंगे इन्हें 50-60 साल और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में बांटा जा सकता है
- डॉक्टर, नर्स और अग्रिम मोर्चे पर डटे एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मी और अन्य पहले से गंभीर रोगों से ग्रस्त 50 साल से कम उम्र के 2.5 करोड़ लोग
- 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की पहचान के लिए नवीनतम मतदाता सूची का उपयोग
- उत्तर प्रदेश में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा
- महाराष्ट्र और बंगाल में उच्च रक्तचाप और शुगर से पीड़ित सबसे अधिक
- केरल में एक तिहाई से ज्यादा उच्च रक्तचाप और शुगर से पीड़ित 50 साल से अधिक उम्र के लोग
- जहां प्रतीक्षा और निगरानी कक्ष की अतिरिक्त व्यवस्था होगी वहां एक सत्र में 200 लोगों को लगेगा टीका