विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कोरोना महामारी की तुलना ऐसी स्थिति से की जो कल्पना से परे है और जिसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं.उन्होंने माना कि भारत ख़ासतौर से मुश्किल स्थिति से गुजर रहा है.
उन्होंने कहा, “मुमकिन है कि कोरोना महामारी हमारी याद की सबसे गंभीर घटना हो लेकिन इसे बार-बार आने वाली चुनौती के रूप में देखा जाना चाहिए न कि एक बार हुई घटना के रूप में.
“जयशंकर ने कहा कि महामारी की प्रकृति ऐसी है कि इसने विश्वास और पारदर्शिता से जुड़ी चिंताओं को सामने लाकर रख दिया है.उन्होंने चेतावनी दी कि इन जटिलताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसका बाक़ी दुनिया पर असर पड़ने वाला है.