कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर बढ़ते विवाद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इंटेलिजेंस एजेंसियों को आदेश दिया है कि वे इस बात की जांच करें कि यह वायरस कहां से आया और तीन महीनों के भीतर इसकी रिपोर्ट पेश करें. एक बयान जारी कर बाइडन ने अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसियों से कहा कि वे ‘अपने प्रयास तेज़ करें और 90 दिनों के भीतर इसकी रिपोर्ट पेश करें’.
कोरोना वायरस संक्रमण का सबसे पहला मामला दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में सामने आया था. तब से लेकर अब तक दुनिया भर में इसके 16 करोड़ 80 लाख से ज़्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं और कम से कम 35 लाख लोगों की जान जा चुकी है.
चीनी प्रशासन ने शुरू में सामने आए संक्रमण के मामलों का संबंध वुहान की एक सीफ़ूड मार्केट से पाया था. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में पहुंचा है.
मगर हाल में अमेरिकी मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक़, कुछ ऐसे सबूत हैं जो इस ओर इशारा करते हैं कि यह वायरस चीन की एक प्रयोगशाला से लीक हुआ है.
मगर चीन ने इन ख़बरों को खारिज करते हुए कहा है कि यह वायरस अमेरिका की किसी लैब से निकला है.