नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन में जान गंवाने वालों की याद में देशभर के किसान रविवार यानी 20 दिसंबर को ‘श्रद्धांजलि दिवस’ के रूप में मनाएंगे। इस दौरान प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया जाएगा।
राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के किसान हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर पिछले 7 दिनों से डटे हुए हैं। पिछले हफ्ते रेवाड़ी पुलिस ने इन्हें दिल्ली की ओर बढ़ने से रोक दिया था। हजारों अन्य किसानों को भी दिल्ली की सीमा में घुसने से रोका जा चुका है।
राजस्थान के अलवर में शाहजहांपुर के पास जयसिंहपुरा-खेड़ा गांव में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक किसान नेता ने कहा, ‘लाखों किसान दिल्ली की कड़ाके की ठंड के बावजूद सड़कों पर डटे हैं। वे ठंड और सरकार की ओर से पैदा की जा रही हर बाधा का सामना कर रहे हैं क्योंकि वे अपना लक्ष्य पाना चाहते हैं। उनकी सिर्फ यही मांग है कि तीनों कृषि कानून वापस ले लिए जाएं।’
दिल्ली-जयपुर हाइवे पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने राजस्थान में किसानों को उनके घरों से प्रदर्शनस्थल तक लाने-ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था भी की है। किसानों का कहना है कि यह मुफ्त बस सेवा ज्यादा से ज्यादा किसानों को प्रदर्शन से जुड़ने में मदद करेगी।