केरल के स्वास्थ्य विभाग ने सबरीमाला मंदिर के इलाके में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस संबंध में दिशा-निर्देशों को संशोधित किया है। इसके अनुसार सबरीमाला, जहां भगवान अय्यप्पा का मंदिर स्थित है वहां, श्रद्धालुओं के अलावा तैनात सभी अधिकारियों को आरटी-पीसीआर जांच करवानी चाहिए।
बता दें कि केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर को सालाना मंजल मकरविलक्कू तीर्थाटन हेतु श्रद्धालुओं के लिए पिछले महीने खोला गया था। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मंदिर खुलने के बाद से यहां कोरोना वायरस संक्रमण के 299 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 51 श्रद्धालु, 245 कर्मचारी और तीन अन्य शामिल हैं।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि इस दौरान पत्तनमत्तिट्टा जिले में जहां सबरीमाला मंदिर स्थित है, वहां कोविड-19 के मामलों में 31 फीसदी की बढ़त देखी गई है। वहीं, पास के कोट्टयम जिले में यह दर 11 फीसदी रही है। उन्होंने कहा कि संशोधित दिशe-निर्देशों के अनुसार ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारियों को आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी।
शैलजा ने कहा, ‘सभी श्रद्धालु और ड्यूटी पर तैनात अधिकारी, जो 26 दिसंबर को होने वाली मंडल पूजा के बाद सबरीमाला पहुंचते हैं, उनके लिए आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य होगा। सभी को बेस कैंप निलक्कल पहुंचले से 24 घंटे पहले पहले एक मान्यताप्राप्त लैब से कोविड निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी।’
उन्होंने कहा कि सबरीमाला में सुरक्षित तीर्थाटन के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि दुनिया के कई हिस्सों में और देश के कई राज्यों में इस महामारी के काफी तेज गति से फैलने की रिपोर्ट सामने आई हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से भी कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपील की है।