इटावा, 24 जून 2025: इटावा जिले में एक धार्मिक कथा के दौरान कथावाचक मुकुटमणि सिंह यादव और उनके सहयोगी के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद सनसनी फैल गई। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन अब मामले ने नया मोड़ ले लिया है। कथा आयोजक रेनू तिवारी ने कथावाचक पर छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाते हुए एसएसपी से कार्रवाई की मांग की है। वहीं, ब्राह्मण समाज महासभा ने इसे राजनीति से प्रेरित बताकर दूसरे पक्ष पर भी कार्रवाई की मांग उठाई है।
वायरल वीडियो से शुरू हुआ विवाद
बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान कथावाचक मुकुटमणि सिंह यादव और उनके सहयोगी के साथ कुछ लोगों ने अभद्रता की। वायरल वीडियो में उनके बाल काटे जाने की घटना दिखाई दी। वीडियो के सोशल मीडिया पर फैलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार लोगों को हिरासत में लिया।
महिला ने लगाए कथावाचक पर गंभीर आरोप
कथा आयोजक रेनू तिवारी ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर कथावाचक और उनके सहयोगी पर छेड़छाड़ का सनसनीखेज आरोप लगाया। रेनू ने बताया, “मैंने ही कथा का आयोजन किया था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि कथावाचक मेरे साथ गलत हरकत करेंगे।” उन्होंने दावा किया कि कथावाचक ने धमकी दी कि उनके सपा नेताओं से रिश्ते हैं और शिकायत करने पर नुकसान हो सकता है। रेनू ने कहा, “मेरी कथा खंडित हुई, लाखों का नुकसान हुआ। मैं कथावाचक और उनके सहयोगी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहती हूं।”
ब्राह्मण समाज महासभा ने उठाए सवाल
वायरल वीडियो पर सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान के बाद ब्राह्मण समाज महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण दुबे ने एसएसपी से मुलाकात की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने एकपक्षीय कार्रवाई की, जबकि दूसरा पक्ष भी दोषी है। अरुण ने कहा, “कथावाचक के पास दो आधार कार्ड मिले, एक पर मुकुटमणि अग्निहोत्री और दूसरे पर मुकुटमणि यादव लिखा है। पहले उन्होंने गलती मानी, लेकिन सपा के हस्तक्षेप के बाद मामला तूल पकड़ा।” उन्होंने मांग की कि दोनों पक्षों पर निष्पक्ष कार्रवाई हो।
एसएसपी ने दिया कार्रवाई का भरोसा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया, “मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। विवेचना चल रही है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।”
आगे क्या?
यह मामला अब धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक रंग ले चुका है। कथावाचक पर लगे आरोपों और ब्राह्मण समाज की मांग के बीच पुलिस की जांच पर सभी की नजरें टिकी हैं। क्या यह विवाद सुलझेगा या और उलझेगा, यह आने वाला वक्त बताएगा।