उत्तर प्रदेश में 325 करोड़ रुपये के निवेश से नई फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगने जा रही है। इसमें फल सब्जियों खास तौर पर आलू, टमाटर व आम को प्रसंस्कृत कर नए उत्पाद बाजार में उतारे जाएंगे। इससे किसानों की उपज अच्छे दाम में खरीदी जाएगी। यही नहीं ग्रेटर नोएडा में लुलु समूह भी 200 करोड़ के निवेश से खाद्य प्रसंस्करण यूनिट लगाएगा। इन दोनों यूनिट से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर 4000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
औद्योगिक विकास विभाग ने इस संबंध में कृषक भारती कारपोरेशन के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है। इस कंपनी के पास शाहजहांपुर में 100 एकड़ जमीन है। इसमें 45 एकड़ जमीन पर फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगेगी। साल भर में इस यूनिट से उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना को यूपीसीडा आगे बढ़ा रहा है।
ग्रेटर नोएडा में ड्राई फ्रूट और सब्जियों को प्रोसेस करके निर्यात करने का यह पहला कारखाना
संयुक्त अरब अमीरात का लुलु ग्रुप ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ईकोटेक-10 में कारखाना लगाने जा रहा है। इसके लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने 20 एकड़ जमीन आवंटित की है। इसमें 200 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। 2000 से ज्यादा लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने यह जानकारी दी है।
पहले चरण में 150 करोड़ रुपये का निवेश होगा और दूसरे चरण में 50 करोड़ रुपये का निवेश होगा। कंपनी को साक्षात्कार के आधार पर भूमि आवंटन किया गया है। इस आवंटन से विकास प्राधिकरण को 75 करोड़ रुपये मिलेंगे। सीईओ ने बताया कि लुलु ग्रुप ग्रेटर नोएडा में ड्राई फ्रूट, फल और सब्जियों की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग यूनिट स्थापित करेगा। इस उद्योग समूह के 15 प्रोजेक्ट अभी भारत में हैं। कंपनी 45,000 मीट्रिक टन ड्राई फ्रूट और सब्जियों का निर्यात प्रतिवर्ष करती है। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुताबिक, इस परियोजना के लिए कंपनी कोल्ड चैन की स्थापना करेगी। ड्राई फ्रूट और सब्जियों को प्रोसेस करके उनका ग्रेटर नोएडा में स्टोरेज किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा में हल्दीराम और प्रियागोल्ड की फूड प्रोसेसिंग यूनिट पहले से ही काम कर रही है।
इनका कहना है
फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में शाहजहांपुर व ग्रेटर नोएडा में दो बड़ी कंपनियां अपनी यूनिट लगाने जा रही हैं। इसके जरिए फल, सब्जी व ड्राई फ्रूट को प्रोसेस कर नए उत्पाद बना कर निर्यात किया जा सकेगा। साल भर में यह दोनो प्रोजेक्ट चालू हो जाने की उम्मीद है। जमीन की व्यवस्था हो गई है। इसके जरिए 4000 लोगों को् प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मुहैया होंगे।