देहरादून
उत्तराखंड पुलिस में बुधवार को महिला कमांडो का दस्ता जुड़ गया। उत्तराखंड देश का ऐसा चौथा राज्य बन गया है जहां पुलिस ने महिला कमांडो का दस्ता तैयार किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यहां पुलिस लाइन में उत्तराखंड की महिला कमांडो फोर्स का आरंभ करते हुए कहा कि महिलाओं को पुलिस कमांडो को बेहतर प्रशिक्षण दिया गया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महिला कमांडो को प्रशिक्षण देने वाले शिफू शौर्य भारद्वाज का आभार जताया और कहा कि उन्होंने न केवल एक बार आग्रह किए जाने पर यह प्रशिक्षण दिया बल्कि यह प्रशिक्षण निशुल्क भी दिया है । विद्या के सदुपयोग को जरूरी बताते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसी भी विद्या में पारंगत होने का सबसे बड़ा उद्देश्य आत्मसुरक्षा होना चाहिए।
104 प्रशिक्षित चीता पुलिस दल की भी शुरूआत
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्कूलों एवं कॉलेजों में पढ़ने वाली लडकियों को भी आत्मसुरक्षा के गुर सिखाये जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि बेटियों को प्रेरणा देना आवश्यक है और यह समाज की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में प्रदेश में हम बेटियों को आत्मसुरक्षा की दृष्टि से प्रशिक्षित करें। इस मौके पर प्रशिक्षित 22 महिला कमांडो ने पुलिस लाइन में सुरक्षा से संबधित अनेक करतब भी दिखाए। महिला कमांडो के साथ ही मुख्यमंत्री ने 104 प्रशिक्षित चीता पुलिस दल की भी शुरूआत की।
महिला कमांडो दस्ता तैयार करने वाला चौथा राज्य
महिला कमांडो दस्ता तैयार करने वाला उत्तराखंड देश का चौथा राज्य है। इससे पहले नागालैंड, केरल और पश्चिम बंगाल में महिला कमांडो दस्ते पुलिस में शामिल किए जा चुके हैं। इस अवसर पर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि महिला पुलिस कमांडो दस्ते तथा चीता पुलिस दल के गठन से राज्य की महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास एवं मनोबल बढ़ेगा । उन्होंने कहा, ‘वह अपनी परेशानियों को महिला पुलिस से साझा कर सकेंगी जिससे महिला अपराधों को नियंत्रित किया जा सकेगा।