जम्मू-कश्मीर में शनिवार को पहले जिला विकास परिषद् (डीडीसी) चुनावों में पहले चरण का मतदान आज संपन्न हुआ। इस दौरान आर्टिकल 370 हटने के बाद राज्य में हुए पहले चुनाव में जबरदस्त वोटिंग देखने को मिली है। पहले चरण के इस चुनाव में कुल 51.76% मतदान हुआ है। इसमें से जम्मू में 64.2% और कश्मीर में 40.65% मतदान हुआ।
डीडीसी चुनावों को गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी), भाजपा और पूर्व वित्त मंत्री अलताफ बुखारी की अपनी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक पहले चरण में 1,475 उम्मीदवार मैदान में हैं। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में मतदान सुचारू रूप से जारी है और किसी अप्रिय घटना की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां हो रहा यह पहला चुनाव है। फिलहाल राज्य को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया गया है।जून, 2018 में पीडीपी की सरकार गिरने के बाद से राज्य में विधानसभा चुनाव नहीं हुए हैं। अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने से पहले जम्मू और कश्मीर में त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली (ग्राम स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय, जिला स्तरीय) नहीं थी। पिछले महीने जम्मू और कश्मीर पंचायती राज अधिनियम, 1989 में संशोधन के यह बाद नया निकाय डीडीसी जोड़ा गया है।
जम्मू क्षेत्र के 10 और कश्मीर घाटी के 10 समेत कुल 20 जिलों में डीडीसी का गठन किया जाएगा। हर जिले में 14 निर्वाचन क्षेत्र होंगे, इस तरह पूरे केंद्र शासित प्रदेश में कुल 280 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान के जरिए डीडीसी के प्रतिनिधियों का चयन होगा।
इससे पहले जम्मू और कश्मीर के राज्य चुनाव आयुक्त केके शर्मा ने बताया था कि डीडीसी के चुनाव 28 नवंबर से 19 दिसंबर तक कुल आठ चरणों में होने हैं। सुरक्षा और समीक्षा सहित सभी व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी हैं। पहले और दूसरे चरण में सुदूर क्षेत्रों में मतदान होने हैं। स्वास्थ्य विभाग COVID दिशा-निर्देशों को लागू करने के लिए लगा हुआ है।