आयकर विभाग ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह दोगुना से अधिक होकर 1.85 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इसका मुख्य कारण व्यक्तिगत आयकर और अग्रिम कर भुगतान में वृद्धि है।
शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में शामिल कंपनी आयकर (कार्पोरेट इनकम टैक्स) संग्रह 74,356 करोड़ रुपये रहा जबकि प्रतिभूति सौदा कर (एसटीटी) समेत व्यक्तिगत आयकर संग्रह 1.11 लाख करोड़ रुपये रहा। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा कि रिफंड की गई कर राशि को घटाकर शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह एक अप्रैल से 15 जून के बीच 1,85,871 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 92,762 करोड़ रुपये रहा था। यानी पिछले साल के मुकाबले इसमें 100.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
चालू वित्त वर्ष में अबतक 30,731 करोड़ रुपये रिफंड के रूप में वापस किए गए हैं। मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 2.16 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 1.37 लाख करोड़ रुपये था। बयान के अनुसार सकल कंपनी आयकर संग्रह 96,923 करोड़ रुपये जबकि व्यक्तिगत आयकर 1.19 लाख करोड़ रुपये रहा।
आयकर विभाग के अनुसार अग्रिम कर संग्रह 28,780 करोड़ रुपये रहा जबकि स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) 1,56,824 करोड़ रुपये रही। खुद से आकलन किया गया कर 15,343 करोड़ रुपये और नियमित आकलन कर 14,079 करोड़ रुपये रहा।
पहली तिमाही में 146 फीसदी बढ़ोतरी हुई
सीबीडीटी ने कहा कि नए वित्त वर्ष के शुरूआती महीनों के बेहद चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद, वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के लिए अग्रिम कर संग्रह करीब 146 प्रतिशत बढ़कर 28,780 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 11,714 करोड़ रुपये था।