नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शांतिनिकेतन में विश्व भारती यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन सुबह 11 बजे होगी। इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया था, विश्व भारती विश्वविद्यालय, शांति निकेतन के शताब्दी समारोह को संबोधित करने की प्रतीक्षा में हूं, जोकि देश के अति महत्वपूर्ण संस्थानों में से एक है और गुरुदेव टैगोर से भी जुड़ी है। संबोधन के लिए 24 दिसंबर को 11 बजे जुड़िए।
पीएमओ ने कहा है कि वर्ष 1951 में विश्व भारती को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया था और उसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों में शुमार किया गया था। प्रधानमंत्री इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होते हैं।आपको बता दें कि कवि गुरु और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा वर्ष 1921 में स्थापित विश्व भारती, देश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। शांति निकेतन में विश्वभारती विश्वविद्यालय की शुरुआत एक आश्रम के तौर पर रवींद्रनाथ टैगोर के पिता महर्षि देवेंद्रनाथ टैगोर ने 1863 में 7 एकड़ जमीन पर की थी। जहां बाद में रवींद्रनाथ टैगोर ने इस विश्वविद्यालय को स्थापित किया और इसे विज्ञान के साथ कला और संस्कृति की पढ़ाई का उत्कृष्ट केंद्र बनाया।साल 1901 में केवल 5 छात्रों के साथ गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर ने इसकी शुरुआत की थी। 1921 में इसे राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिला और वर्तमान में यहां छह हजार से भी ज्यादा विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। विश्व भारती देश की सबसे पुरानी केंद्रीय यूनिवर्सिटी है। मई 1951 में संसद के एक अधिनियम द्वारा विश्व-भारती को एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान घोषित किया गया था।