अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाले जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित कमला हैरिस को चीन ने आखिरकार शुक्रवार को बधाई दी। अमेरिकी चुनाव नतीजों में बाइडेन को बहुमत मिलने के बाद भी चीन उन्हें बधाई देने से बचते हुए कहा था कि अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है और ट्रंप ने हार मानने से इनकार करते हुए कोर्ट जाने का फैसला किया है। लेकिन अब ड्रैगन ने यूटर्न ले लिया है।
वॉशिंगटन पोस्ट ने खबर दी है कि चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने शुक्रवार को नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”हम अमेरिकी लोगों की पसंद का सम्मान करते हैं… हम बाइडेन और हैरिस को बधाई देते हैं।” उन्होंने आगे कहा, ”हम मानते हैं कि अमेरिकी चुनाव नतीजों की पुष्टि अमेरिकी कानूनों और प्रक्रिया के तहत की जाएगी।”
चीन के विदेश मंत्रालय ने इससे पहले कहा था कि वह अभी नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। चीन ने कहा था कि हमने बाइडेन के जीत के दावे को देखा है। चीनी विदेश नीति के विशेषज्ञों का कहना है कि चीन ने यह कदम एहतियात के तौर पर उठाया, क्योंकि ट्रंप ने हार नहीं मानी है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अभी तक व्यक्तिगत तौर पर बाइडेन को बधाई नहीं दी है।
उधर, चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में लगातार बाइडेन की जीत और इससे अमेरिका-चीन रिश्तों पर पड़ने वाले असर को लेकर लेख छापे जा रहे हैं। मुखपत्र ने कहा है कि बाइडेन की जीत से दोनों देशों के बीच भले ही अल्पकालिक नरमी आ जाए लेकिन दीर्घकाल में कोई बदलाव नहीं आएगा। अखबार ने कहा है कि ट्रंप और बाइडेन की नीति चीन के खिलाफ एक जैसी ही होगी।
गौरतलब है कि बाइडेन ने अपने तीसरे प्रयास में व्हाइट हाउस का रास्ता साफ कर लिया है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हुए नजदीकी मुकाबले में ट्रंप को हरा दिया है और बहुमत के लिए जरूरी इलेक्टोरल वोट प्राप्त कर लिए हैं। वह अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं तो भारतीय मूल की कमला हैरिस उपराष्ट्रपति बनने जा रही हैं।