कोरोना महामारी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुंचाने का काम किया है। वहीं, दूसरी ओर दवा कंपनियों को बड़ा अवसर भी दिया है। इसका फायदा दवा कंपनियों के शेयर में निवेश करने वाले निवेशकों को भी मिला है। मार्च के बाद से अब तक दवा कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों को कई कंपनियों के शेयरों में 200 फीसदी तक रिटर्न मिला है। वहीं, कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त रैली देखने को मिली है।
दवा कंपनी | 23 मार्च को शेयर भाव | 27 नवंबर का भाव |
एस्ट्राजेनिका | 1903 | 4483 |
फाइजर | 3683 | 5092 |
कैडिला | 280 | 451 |
सन फार्मा | 324 | 513 |
डॉ. रेड्डीज लैब्स | 2768 | 4846 |
अरबिंदो फार्मा | 333 | 870 |
कैडिला | 280 | 452 |
नोट: आंकड़े रुपये में
फार्मा सेक्टर सबसे अच्छे दौर में
फार्मा सेक्टर की बात करें तो मौजूदा समय में वो शेयर बाजार के इतिहास के सबसे अच्छे दौर से गुजर रहा है। निफ्टी फार्मा इंडेक्स पर नजर डालें तो एक साल में 43 फीसदी का रिटर्न दिया है। 23 मार्च 2020 को फॉर्मा इंडेक्स अपने न्यूनतम स्तर 6,242.85 अंक से बढ़कर 12,528.85 अंक पहुंच गया है। यानी फार्मा सेक्टर में करीब करीब दोगुने का इजाफा हो चुका है।
कई कंपनियों ने दिया दोगुना से ज्यादा रिटर्न
सभी फार्मा कंपनियों ने शेयर बाजार में मार्च के बाद से तेजी दिखाई है। अगर टॉप टेन कंपनियों की बात करें तो मार्च से अब इन फार्मा कंपनियों ने कराई है सबसे ज्यादा कमाई डॉ. रेड्डी, मेट्रोपोलिस, सिपला, अपोलो, सनफार्मा, बायोकॉन सभी ने दोगुना से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
सात भारतीय कंपनियां वैक्सीन बनाने की रेस में
सात भारतीय फार्मा कंपनियां इस समय कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में जुटी हैं। इन कंपनियों में भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट, जायडस कैडिला, पेनेसिया बायोटेक, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स, मिनवैक्स और बायोलॉजिकल ई शामिल हैं।
दुनियाभर में 23 कंपनियां बना रहीं वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन बनाने की दौड़ में दुनियाभर की 23 कंपनियां शामिल हैं। इनमें एमजेन और एडेप्टिव बायोटेक्नोलोजी, अल्टीम्यूनी, बायोएनटेक और फाइजर, ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन, जॉनसन एंड जॉनसन, मोर्डना, नोवावैक्स, आदि शामिल हैं।
कंपनियों पर दांव लगा रहे अमीर निवेशक
कोरोना वैक्सीन की निर्माण में लगी कंपनियों पर अमीर निवेशक बड़ा दांव लगा रहे हैं। दरअसल, दुनियाभर में वैक्सीन की मांग औैर जल्द बाजार में आने से उत्साहित निवेशक जमकर कंपपनियों में निवेश कर रहे हैं। बीते दो महीनों में, खासतौर पर हालिया हफ्तों में कई अमीर निवेशकों ने मॉडर्ना, फाइजर, जॉनसन एंड जॉनसन, एस्ट्राजेनेका, ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन, एबॉट और सनोफी जैसी फार्मा कंपनियों के शेयरों में निवेश किया है। इन शेयरों में निवेश एलआरएस रूट के तहत किया गया है।
प्रेमजी से लेकर बिल गेट्स तक ने लगाया पैसा
कोरोना वैक्सीन बनाने वाली दवा कपंनियों में अजीम प्रेमजी से लेकर बिल गेट्स ने पैसा लगाया है। विप्रो’ फाउंडर अजीम प्रेमजी का मॉर्डर्ना में इंवेस्टमेंट है। फार्मा कंपनी मॉडर्ना ने कोरोना वैक्सीन के 94 प्रतिशत कारगर होने का दावा किया है।