आस्ट्रेलिया : 5-186 ( 20 ओवर )
भारत : 7-174 ( 20 ओवर )
मैन आफ द मैच; स्वेपसन
मैन आफ द सिरीज :म: हार्दिक पंड्या
भारत कैलेंडर वर्ष में लगातार दस मैच जीतने का कीर्तिमान बनाने से चूक गया। विराट कोहली की सेना ने हालांकि वर्तमान टी- 20 सिरीज तो ( 2-1 )जीत ली लेकिन उसका अंतर 3-0 नहीं हो सका। सिडनी में खेले गए तीसरे और अंतिम मुकाबले में मेजबान आस्ट्रेलिया ने भारत को 12 रन से हरा कर आंसू पोछने वाली जीत हासिल कर ली। 23 पर तीन विकेट लेकर मेजबान गेंदबाज स्वेपसन जहां मैन आफ द मैच रहे वहीं हार्दिक पंड्या को मैन आफ द सिरीज घोषित किया गया ।
छोड़े गए कैच, खराब फील्डिंग, डीआरएस लेने मे विलंब और एक नो बाल दरअसल इस हार के लिए जिम्मेदार कहे जा सकते है।
विराट कोहली ( 85 रन 61 गेंद ) लक्ष्य का पीछा करने के दौरान अकेले योद्धा रहे। दूसरे छोर पर उनको योग्य साथी नहीं मिल सका। इस पारी के दौरान विराट ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है और ऐसा करने वाले वो मात्र दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं। विराट कोहली ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में मिलाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3,000 रन पूरे कर लिए हैं। उनसे पहले यह कारनामा सचिन तेंदुलकर ने किया था। विराट कोहली के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो यह बात निकलकर आती है कि चाहे भारत के मैदानों की बात हो या ऑस्ट्रेलिया के मैदानों की, विराट कोहली का बल्ला हमेशा से ही कंगारुओं के खिलाफ जमकर बोला है।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट गंवा कर 186 रन बनाए और टीम इंडिया को जीत के लिए 187 रनों का टारगेट दिया. जवाब में टीम इंडिया ने 20 ओवर में 7 विकेट गंवा कर 174 रन ही बना पाई.
शिखर धवन और केएल राहुल की जोड़ी ओपनिंग करने उतरी और पारी की दूसरी गेद पर टीम इंडिया को पहला झटका लग गया। ग्लेन मैक्सवेल की गेंद पर केएल राहुल स्टीव स्मिथ को कैच थमा बैठे।
इसके बाद विराट कोहली और शिखर धवन ने मिलकर 74 रनों की साझेदारी की। 9वें ओवर की आखिरी गेंद पर मिशेल स्वेप्सन ने शिखर धवन को डेनियल सैम्स के हाथों कैच आउट करा दिया। धवन 28 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन दुर्भाग्यवश इसके बाद कोई भागीदारी देखने को नही मिली ।
लगातार तीसरी बार बड़ी पारी खेलने में नाकाम संजू सैमसन (10) को मिशेल स्वेप्सन ने स्टीव स्मिथ के हाथों कैच कराया। मिशेल स्वेप्सन ने श्रेयस अय्यर को LBW कर भारत को चौथा झटका दिया। अय्यर शून्य पर आउट हुए ।
हार्दिक ने हालांकि 13 गेंदों पर 20 रन से तेज शुरुआत की लेकिन वह दूसरे मैच वाली पारी खेलने से नाकाम रहै। कप्तान कोहली ( 85 रन 61 गेंद 4×4 , 3×6 ) सामने के छोर पर कोई कायदे का साझीदार न मिलने से जीत का अंतिम स्पर्श नहीं दे सके।
ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को दिया था 187 रनों का लक्षय
इसके पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट गंवा कर 186 रन बनाए और टीम इंडिया को जीत के लिए 187 रनों का टारगेट दिया था। ऑस्ट्रेलिया के लिए मैथ्यू वेड ने सबसे ज्यादा 80 रन बनाए। इसके अलावा भाग्य के धनी ग्लेन मैक्सवेल ने 54 रनों की पारी खेली. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 90 रन की पार्टनरशिप की।
भारत की ओर से ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 34 रन देकर दो विकेट चटकाए. भारत को खराब फील्डिंग का खामियाजा भी भुगतना पड़ा. उसने कम से कम दो कैच टपकाने के अलावा एक स्टंप का मौका भी गंवाया और एक बार नो बाल होने से मैक्सवेल आउट होने से बचे। जबकि कई बार मिसफील्डिंग भी हुई।
ऑस्ट्रेलिया के लिए एरॉन फिंच और मैथ्यू वेड की जोड़ी पारी की शुरुआत करने के लिए उतरी, लेकिन 14 रन के स्कोर पर ही कंगारू टीम को पहला झटका लग गया। वॉशिंगटन सुंदर ने दूसरे ओवर की चौथी गेंद पर फिंच को हार्दिक पंड्या के हाथों कैच आउट करा दिया. फिंच शून्य पर आउट हुए।
10वें ओवर की चौथी गेंद पर वॉशिंगटन सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका दिया। वॉशिंगटन सुंदर की गेंद पर स्टीव स्मिथ क्लीन बोल्ड हो गए। 79 रनों के स्कोर पर स्मिथ 24 रन बनाकर आउट हुए। 10वें ओवर की पहली गेंद पर केएल राहुल ने स्टीव स्मिथ का स्टंपिंग चांस भी छोड़ा था. हालांकि, ये महंगा साबित नहीं हुआ।
वेड और मैक्सवेल ने इसके बाद ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। वेड ने शार्दुल ठाकुर का स्वागत छक्के से किया मैक्सवेल ने इस तेज गेंदबाज पर चौके के साथ 12वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा किया। मैक्सवेल 18 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब युजवेंद्र चहल की गेंद पर राहुल ने उनका कैच लपका लेकिन यह नो बॉल हो गई। वेड ने इसके बाद ठाकुर पर छक्का जड़ा जबकि मैक्सवेल ने चहल पर दो छक्के मारे।
मैक्सवेल जब 38 रन बनाकर खेल रहे थे तब उन्हें दूसरा जीवनदान मिला जब ठाकुर की गेंद पर चहल ने उनका आसान कैच टपका दिया। मैक्सवेल ने अगली गेंद पर छक्का जड़ा और टी. नटराजन पर चौके के साथ 31 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। पारी के 19वें ओवर में ठाकुर की फुलटॉस को चूककर वेड LBW हुए। इसी ओवर में चाहर ने भी मैक्सवेल का कैच टपकाया। नटराजन ने अंतिम ओवर की पहली गेंद पर मैक्सवेल को बोल्ड किया।
कोहली और मैथ्यू वेड के बीच DRS विवाद
इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और मैथ्यू वेड के बीच DRS को लेकर विवाद देखने को मिला। दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई पारी के 11वें ओवर में नटराजन की गेंद मैथ्यू वेड के पैड पर लगी, लेकिन अंपायर ने नॉटआउट दिया। इसके बाद कप्तान कोहली ने रिव्यू लिया। टीवी अंपायर ने रिव्यू शुरू भी कर दिया. इसके बाद मैथ्यू वेड ने रिव्यू का विरोध किया, क्योंकि DRS लेने के लिए निर्धारित समय खत्म हो गया था। इसके बाद फील्ड अंपायर ने रिव्यू की अपील को रद् कर दिया। कोहली ने इस बारे में अंपायर से बात भी की. रिप्ले में भाग्यशाली रहे कि वेड आउट थे।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया और ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं हुआ । वहीं, ऑस्ट्रेलिया की टीम में मार्कस स्टोइनिस की जगह एरॉन फिंच आए। पिछले मैच में फिंच की गैरमौजूदगी में मैथ्यू वेड ने कप्तानी की थी।