शिवसेना ने सोमवार को मुखपत्र सामना में अमेरिका के राष्ट्रपति और बिहार विधानसभा चुनाव पर संपादकीय लिखकर बीजेपी और नीतीश कुमार पर हमला बोला है। संपादकीय में शिवसेना ने डोनाल्ड ट्रंप पर वार करते हुए कहा है कि अमेरिका के लोगों ने चार साल में ही अपनी गलती सुधार ली। बिहार में भी उसी तरह के लक्षण साफ दिखाई दे रहे हैं। भारत अगर डोनाल्ड ट्रंप की हार से कुछ सीखता है तो फिर ठीक है।
डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने संपादकीय में लिखा, ”अमेरिका की जनता उनकी वानरचेष्टा और लफ्फाजी के फरेब में आ गई लेकिन उसी ट्रंप के बारे में की गई गलती को अमेरिकी जनता ने सिर्फ 4 सालों में सुधार दिया। इसके लिए वहां की जनता का जितना अभिनंदन किया जाए, उतना कम है। ट्रंप के स्वागत के लिए हमारे देश में पलक-पांवड़े बिछा दिए गए थे, इसे नहीं भूलना चाहिए। गलत आदमी के साथ खड़े रहना हमारा कल्चर नहीं है। लेकिन ऐसा किया जा रहा है। ट्रंप की हार से कुछ सीखा जा सके तो ठीक है, इतना ही कहा जा सकता है।”
एग्जिट पोल्स में बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के अनुमान के बाद शिवसेना ने तेजस्वी यादव की भी काफी प्रशंसा की है। शिवसेना ने लिखा है, ”प्रधानमंत्री मोदी सहित नीतीश कुमार आदि नेता युवा तेजस्वी यादव के सामने नहीं टिक पाए। झूठ के गुब्बारे हवा में छोड़े गए, वो हवा में ही गायब हो गए। लोगों ने बिहार के चुनाव को अपने हाथों में ले लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार के आगे घुटने नहीं टेके।”
शिवसेना ने संपादकीय में आगे लिखा, ”तेजस्वी की सभाओं में जनसागर उमड़ रहा था और प्रधानमंत्री मोदी तथा नीतीश कुमार जैसे नेता बोल रहे थे। बिहार में फिर से जंगलराज आएगा, ऐसा डर दिखाया गया। लेकिन लोगों ने स्पष्ट कह दिया कि पहले तुम जाओ, जंगलराज आया भी तो हम निपट लेंगे। अमेरिका और बिहार की जनता का जितना अभिनंदन किया जाए, उतना कम ही है।”
ट्रंप ने सत्ता में आने के लिए की लफ्फाजियों की बरसात
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर लिखते हुए शिवसेना ने संपादकीय में कहा है कि ट्रंप ने सत्ता में आने के लिए लफ्फाजियों की बरसात कर डाली। वे एक भी आश्वासन और वचन पूरा नहीं कर पाए। अमेरिका में बेरोजगारी महामारी कोरोना से भी कहीं ज्यादा है। लेकिन उसका रास्ता खोजने की बजाय ट्रंप फालतू के मजाक आदि पर ही ध्यान देते रहे। आखिरकार, लोगों ने उन्हें घर भेज दिया। इसके साथ ही ट्रंप ने कुछ ऐसे भी फालतू बयान दिए कि अगर हम नहीं जीते तो चीन को फायदा होगा। शिवसेना ने इन सबके अलावा भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला बोला है।