नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ़ इंडिया (एनएसयूआई) की राजस्थान शाखा ने अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए पैसा एकत्र करने की मुहिम शुरू की है.
राजस्थान में एनएसयूआई ने मंगलवार को ‘एक रुपया राम के नाम” के नाम से एक अभियान शुरु किया है जिसके तहत दान देने के लिए इच्छुक छात्रों से राम मंदिर के लिए एक रुपया प्रति छात्र इकट्ठा किया जाएगा.
इस अभियान की शुरुआत राजस्थान विश्वविद्यालय के कॉमर्स कॉलेज से की गई है.
एनएसयूआई के राजस्थान प्रवक्ता रमेश भाटी ने कहा कि, “जिस तरह एबीवीपी और और भाजपा के नेताओं ने राम मंदिर के नाम पर आम लोगों से से लूट मचा रखी है, उसे देखते हुए ये अभियान शुरू किया गया है.”
उनका कहना है कि, “राम मंदिर सभी की आस्था का विषय है और मंदिर के नाम पर लोगों से हज़ारों या लाखों रुपए लूटना ग़लत है. राम किसी एक समुदाय विशेष के ना होकर पूरे भारतवर्ष के हैं, इस कैंपेन के माध्यम से हम यही संदेश लोगों तक देना चाहते हैं.”
एनएसयूआई के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी लोकेश चुग ने कहा है कि “ये हर किसी की इच्छा है कि कोई दे या ना दे. पर विद्यार्थी परिषद के लोग जबरन हज़ारों रुपये वसूल कर रहे है. और हम इसके ख़िलाफ़ हैं.”
एनएसयूआई का कहना है कि इस अभियान को लगातार 15 दिनों तक चलाने का फ़ैसला किया गया है है. यह अभियान राजस्थान के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में चलाया जाएगा
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष डॉ सतीश पुनिया ने एनएसयूआई के आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि “इससे बीजेपी और एबीवीपी का कोई लेना देना नहीं है.”
एनएसयूआई के एबीवीपी और भाजपा पर राम मंदिर के नाम पर लाखों करोड़ों की लूट के आरोप का राजस्थान भाजपा अध्यक्ष डॉ सतीश पुनिया ने खंडन किया है.उन्होंने कहा कि, “जिनको राम के नाम से पेट में दर्द होता है, उनका कोई इलाज नहीं है “राम मंदिर बीजेपी या एबीवीपी का नहीं है, यह तो पूरे देश और दुनिया का है. कोई भी डोनेशन श्री राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट में जाता है, जो एक सरकारी ट्रस्ट है.”