राजस्थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल में कई बच्चों की जान चली गई है। 24 घंटे में ही नौ बच्चों की मौत होने से प्रशासन में हडकंप मच गया है। जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डा. एससी दुलारा का कहना है कि अस्पताल में प्रतिमाह 50 से अधिक बच्चों की मौत होती है। लेकिन, महज 24 घंटे में नौ बच्चों की मौत सामान्य नहीं है। इसकी जांच कराई जा रही है। चिकित्सा मंत्री डा.रघु शर्मा ने घटना की अस्पताल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। परिजनों ने मेडिकल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और आरोप लगाया कि चिकित्सक और नर्सिग स्टाफ सही तरह से देखभाल नहीं कर रहे थे रात में ड्यूटी पर तैनात स्टाफ सो जाता है।
रात में बच्चों की तबीयत बिगड़ती है तो भी ध्यान नहीं दिया जाता है। ऐसा ही बुधवार को हुआ। जिन बच्चों की जान गई है, उनमें चार का जन्म जेके लोन अस्पताल में ही हुआ था और पांच अन्य अस्पतालों से तबीयत बिगड़ने पर रेफर किए गए थे। बच्चों की मौत किस कारण हुई, यह स्पष्ट नहीं हो सका है मामले की जांच चल रही है |