म्यांमार में बीती एक फरवरी को हुए तख़्तापलट के बाद से नज़रबंद आंग सान सू ची सोमवार को पहली बार अपने वकीलों को नज़र आईं.
सू ची के वकीलों ने बताया है कि उन्हें एक वीडियो लिंक के माध्यम से अदालत में पेश किया गया है, उनकी सेहत अच्छी दिखाई पड़ रही थी और उन्होंने अपने वकीलों को देखने की माँग की थी.
सेना ने तख़्तापलट के बाद से सू ची को एक अज्ञात स्थान पर नज़रबंद करके रखा हुआ है.
रविवार रहा सबसे घातक दिन
म्यांमार में पिछले कई हफ़्तों से सैन्य शासन विरोधी प्रदर्शन जारी हैं. लेकिन पिछला रविवार अपेक्षाकृत रूप से सबसे ज़्यादा घातक रहा.रविवार को पुलिसकर्मियों की ओर से प्रदर्शनकारियों पर असली गोलियां चलाई गईं जिससे अलग – अलग जगहों पर 18 लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही कई लोग गंभीर रूप से जख़्मी हुए हैं.
हालांकि, सोमवार की सुबह म्यांमार की सड़कों पर प्रदर्शनकारी एक बार फिर नज़र आए और उन्होंने आंग सान सू ची को रिहा करने और सरकार पुनर्स्थापित करने की माँग की.
म्यांमार की सेना का कहना है कि उसने सत्ता अपने हाथ में ली है क्योंकि पिछले चुनाव में कथित रूप से घोटाला हुआ जिसमें एनएलडी को एकतरफा जीत हासिल हुई.सेना की ओर से अब तक इस कथित घोटाले से संबंधित कोई सबूत पेश नहीं किया गया है.