भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चीफ जेपी नड्डा के काफिले पर पथराव की घटना के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा है कि सभी लोग सुरक्षित हैं और जेपी नड्डा के काफिले को कुछ नहीं हुआ है। पुलिस ने कहा कि सड़क किनारे खड़े कुछ लोगों ने अचानक काफिले में पीछे चल रही गाड़ियों की ओर कुछ पत्थर फेंके हैं। उधर, केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार से बीजेपी अध्यक्ष की सुरक्षा में खामियों को लेकर जवाब तलब किया है।
पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ”बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा डायमंड हार्बर और साउथ 24 परगना में कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षित पहुंच गए हैं। उनके काफिले को कुछ नहीं हुआ है। डायमंड हार्बर के फाल्टा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के देबीपुर में सड़क किनारे खड़े कुछ लोगों ने अचानक काफिले में बहुत पीछे चल रहीं वाहनों की ओर पत्थर फेंके।” पुलिस ने आगे कहा, ”हर कोई सुरक्षित है और स्थिति शांतिपूर्ण है। मामले की जांच की जा रही है कि वास्तव में हुआ क्या है।”
केंद्र सरकार ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के पश्चिम बंगाल दौरे के समय गंभीर सुरक्षा खामियों को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से यह रिपोर्ट पश्चिम बंगाल सरकार से मांगी गई है जब बुधवार को भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था।
अपने पत्र में घोष ने आरोप लगाया था कि 200 से अधिक लोगों की भीड़ लाठी और डंडों के साथ कोलकाता में भाजपा कार्यालय के सामने मौजूद थी और काले झंडे दिखा रही थी। उन्होंने यह दावा भी किया था कि कुछ प्रदर्शनकारी पार्टी कार्यालय के सामने खड़ी कारों पर चढ़ गए और नारेबाजी की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए हस्तक्षेप नहीं किया।
पश्चिम बंगाल में कोलकाता से दक्षिण 24 परगना जिले में जाने के दौरान डायमंड हार्बर इलाके में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पत्थर फेंके गए हैं। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि पथराव की घटना में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की कार में तोड़-फोड़ की गई। भाजपा के सूत्रों के मुताबिक मीडियाकर्मियों के वाहनों को भी नहीं छोड़ा गया।
पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने बताया, ”डायमंड हार्बर की हमारी यात्रा के समय तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने रास्ता अवरुद्ध कर दिया और नड्डा के वाहन तथा दूसरी गाड़ियों पर पत्थर फेंके। यह तृणमूल कांग्रेस का असली रंग दिखाता है। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप किया और सुनिश्चित किया कि काफिला वहां से गुजर सके