सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के नदिया जिले से अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कराने की कोशिश करते एक दलाल को महिला व बच्चे सहित गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि बॉर्डर आउट पोस्ट झोरपारा इलाके से 8वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने तीनों को उस वक्त पकड़ा जब दलाल, महिला व बच्चे को बांग्लादेश से भारतीय सीमा में दाखिल कराने की कोशिश कर रहा था।
बयान के मुताबिक, आठ फरवरी को बॉर्डर आउट पोस्ट झोरपारा के क्षेत्र में अवैध मानव तस्करी के बारे में बीएसएफ खुफिया विभाग से प्राप्त एक विश्वसनीय सूचना पर कार्य करते हुए झोरपारा के क्षेत्र में एक विशेष ऑपरेशन चलाया गया।सुबह लगभग 5:30 बजे जवानों ने निर्माणाधीन लीनियर बॉर्डर आउट पोस्ट झोरापारा की दीवार के पीछे कुछ संदिग्ध शोर सुना।पार्टी तुरंत मौके पर पहुंची और भारत की तरफ से दीवार के पास एक आदमी को देखा और कुछ देर बाद एक महिला और एक बच्चा दीवार के दोनों ओर रखे सीढ़ी के सहारे नीचे उतरे और अन्य दो महिला और दो पुरुष दीवार पर थे। पार्टी ने तुरंत उन्हें चुनौती दी तथा एक दलाल, एक महिला तथा एक बच्चे को गिरफ्तार कर लिया। बाकी घुसपैठिए दीवार से नीचे कूद गए और अंधेरे और घनी वनस्पति का लाभ उठाकर बांग्लादेश की ओर भाग गए। पकड़े गए लोगों में महिला पूजा दामू शर्मा, पति – दामू चंदलाल शर्मा (29), निवासी- उल्लाश नगर, सेक्टर – 3, थाना – एक नंबर कल्याण (मुंबई) व उसका छह साल का बेटा है। वहीं, भारतीय दलाल का नाम उत्तम बाला (24) है।वह नदिया जिले के धंतला थाना अंतर्गत ग्राम- श्रीरामपुर (बोर्नबेरिया) का निवासी है। दलाल उत्तम बाला ने खुलासा किया कि वह एक भारतीय नागरिक है और पिछले दो सालों से कई तरह के सीमा अपराधों में शामिल है।उसने अपने कई साथियों के नामों का भी खुलासा किया जो मवेशी की तस्करी, गांजा तस्करी और अन्य अपराधों में शामिल है। इनमें गांव- कानिबामनी के शहाबुद्दीन सरदार, प्रदत धाली और ग्राम शिमुलतला के सबजोत बिस्वास और गांव मनसहाटी के सेलन बिस्वास
दलाल ने आगे खुलासा किया कि उसने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के लिए ग्राम बागडंगा (बांग्लादेश) के मोतिहार मंडल से सभी व्यक्तियों को प्राप्त किया। उसने सीमा पार कराने के लिए प्रत्येक व्यक्ति से 10,000 रूपये लिए थे। उसने यह भी कहा कि वह तस्करी के उद्देश्य से अवैध रूप से कई बार अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार जा चूका|
दलाल ने आगे खुलासा किया कि उन्हें 2013 में बीएसएफ ने गांजा तस्करी के आरोप में भी गिरफ्तार किया था और नदिया के जिला जेल कृष्णानगर में दो साल कैद की सजा सुनाई थी।
अपने दोस्त की शादी में भाग लेने के लिए बांग्लादेश गई थी महिला
वहीं, महिला पूजा दामू शर्मा ने खुलासा किया कि वह एक भारतीय नागरिक हैं और मुंबई में कपड़ों की दुकान चलाती हैं। वह बांग्लादेश के यशोर जिले में अपने दोस्त की शादी समारोह में भाग लेने के लिए पासपोर्ट द्वारा आइसीपी पेट्रापोल-बेनापोल के माध्यम से लाकडाउन से पहले मार्च, 2020 में बांग्लादेश गई थी। कोविड -19 के कारण आईसीपी बेनापोल काम नहीं कर रहा था इसलिए उसने दलाल की मदद से अंतररराष्ट्रीय सीमा को अवैध रूप से पार करने का फैसला किया और उसने उक्त कार्य के लिए 16,000 रुपये का भुगतान किया था। इधर, बीएसएफ ने जब्त किए गए सामानों के साथ सभी गिरफ्तार व्यक्तियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस स्टेशन, धनतला को सौंप दिया है।
बीएसएफ अवैध घुसपैठ रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही
गौरतलब है कि बीएसएफ भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध प्रवास और मानव तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठा रही है। जिसके कारण सभी मानव तस्करों और दलालों को सीमावर्ती क्षेत्र में अपनी कुख्यात गतिविधियों को अंजाम देने में कठिनाई महसूस हो रही है। उनमें से कई को अपराध करने के लिए पकड़ा जा रहा है।