देश के लगभग सभी राज्यों में मौसम ने करवट ले ली है। दक्षिण भारत पर आए चक्रवाती तूफान निवार के बाद मौसम में आये बदलाव और पहाड़ों में बर्फबारी मैदानी इलाकों में भी अपना प्रभाव दिखा रहे हैं। दिसंबर महीने की शुरुआत से पहले ही उत्तर भारत में तापमान में गिरावट शुरू हो गई है।
मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाये रहने की संभावना है। जबकि दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्से में 65 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इसको देखते हुए मछुआरों को इस इलाके में न जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि दिसंबर महीने के शुरुआती सप्ताह में उत्तर भारत में तापमान गिरकर 11से 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास तक पहुंच सकता है। इससे ठंड के और अधिक बढ़ने के आसार हैं। हालांकि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में दिन में धूप खिलने से राहत है। लेकिन रात के तापमान में गिरावट जारी है।
उधर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत पूरे राज्य में ठंड बढ़ गई है। अलीपुर स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय मुख्यालय की ओर से सोमवार को जारी बयान में बताया गया है कि कोलकाता में सर्वोच्च तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है जबकि न्यूनतम तापमान 15.7 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा है। तापमान जब 15 डिग्री के आसपास पहुंच जाता है तब रात के समय और सुबह में कड़ाके की ठंड लगती है। पश्चिम बंगाल में कोलकाता की तुलना में राज्य के अन्य हिस्सों में तापमान अमूमन कम ही रहता है। उत्तर बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान गिरकर पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है जिसकी वजह से इन इलाकों में पहले से ही भीषण ठंड लग रही है।
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब की वजह से चक्रवात तैयार हुआ था जो तमिलनाडु की ओर मुड़ गया है। इसकी वजह से पश्चिम बंगाल का आसमान साफ है और बादल नहीं छाए हुए हैं। इसके कारण पश्चिमी हवाएं आसानी से प्रवेश कर रही हैं और ठंड और अधिक बढ़ रही है।