लक्षद्वीप और दक्षिण-पूर्वी तथा पूर्वी मध्य अरब सागर पर बना गहरा दबाव अगले 24 घंटों में भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। इसके प्रभाव से भारत के पश्चिमी तटों पर कई इलाकों में भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ने और 18 मई की सुबह तक गुजरात और महाराष्ट्र के तटों पर पहुंचने का अनुमान है। इसके लिए देश के पांच राज्यों कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, गुजरात और महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं। एनडीआरएफ के डीजी ने बताया कि इसके लिए कुल 53 टीमें लगाई गई हैं, जिनमें 24 टीमें तैनात कर दी गईं हैं और 29 टीमें स्टैंड बाय पर हैं।
महाराष्ट्र में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात
वहीं अरब सागर में उत्पन्न ताउते तूफान से बचाव के लिए महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से तैयार है। इसके तहत प्रशासन ने सूबे के तटीय इलाकों, जिनमें सिंधुदुर्ग, रायगढ़, रत्नागिरी, मुंबई, पालघर आदि में राष्ट्रीय आपदा मोचन दल (एनडीआरएफ ) व राज्य आपदा मोचन दल (एसडीआरएफ) की टीमें तैनात कर दी है। तटीय इलाकों में मछुआरों के जाने पर पाबंदी लगा दी गयी है और दो दिनों तक कोरोना टीकाकरण केंद्रों को बंद कर दिया गया है। साथ ही दहिसर व बांद्रा कोरोना उपचार केंद्र से 395 संक्रमितों को स्थानांतरित किया गया है।
मुंबई में ताउते तूफान का असर, सुबह से बादल छाए
मुंबई में ताउते तूफान की वजह से शनिवार को सुबह से ही बादल छाए हैं। मौसम विभाग ने शनिवार, रविवार व सोमवार को ताउते तूफान की वजह से जोरदार हवा बहने व बारिश की चेतावनी दी है। इस तूफान की वजह से मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, सिंधुदूर्ग ,रत्नागिरी में प्रतिघंटे 70 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं बहने की आशंका है। इसलिए लोगों को समुद्र की ओर न जाने की भी चेतावनी दी गई है।
इन स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट
क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक