बेंगलुरू | ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन के कर्नाटक स्थित संयंत्र में हिंसा और तोड़फोड़ के लोकर 5000 अज्ञात संविदा कर्मियों सहित कुल 7000 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में, कंपनी का कहना है कि 12 दिसंबर को हुई हिंसा के दौरान उसे 437.7 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
पुलिस ने कहा कि वेतन संबंधी मुद्दों पर शनिवार को हुई इस हिंसा में बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने कथित रूप से आगजनी, हिंसा और लूट की। इस दौरान कर्मचारियों ने इमारत, वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और आग लगाई और मशीनों तथा कंप्यूटरों सहित महंगे उपकरणों को तोड़ा
कंपनी के कार्यकारी टी डी प्रशांत ने वेमगल पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा था कि 412.4 करोड़ रुपए मूल्य के कार्यालय उपकरण, मोबाइल फोन, विनिर्माण मशीनरी और संबंधित उपकरण नष्ट हो गए। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि करीब 10 करोड़ रुपये के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है, करीब 60 लाख रुपए की कार क्षतिग्रस्त हुई हैं और 1.5 करोड़ रुपए का सामान चोरी हुआ है या खो गया है।
पुलिस ने अब तक 149 लोगों को गिरफ्तार किया है और कुछ अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। इस बीच, विस्ट्रॉन इंडिया के प्रबंध निदेशक सुदीप्तो गुप्ता ने एक बयान में कहा कि कंपनी अपने नरसापुरा संयंत्र में हुई घटनाओं से गहरे सदमे में है। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री सी एन अश्वथ ने घटना की निंदा की है और कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विस्ट्रॉन के इस संयंत्र में अमेरिकी कंपनी एपल के आईफोन एसई 2020 का भी विनिर्माण होता है।