कोरोना संकट से निपटने में पीएम नरेंद्र मोदी की रणनीति को देश के अधिकांश लोगों ने सराहा है। मूड ऑफ नेशंस में 73 फीदी लोग मानते हैं कि कोरोना संकट से निपटने में मोदी और उनकी टीम ने बेहतरीन काम किया। सरकार ने संकट को देखते हुए सधे हुए अंदाज में अपनी रणनीति को अंजाम दिया। इससे कोरोना भारत में उस तरह से तबाही नहीं मचा सका, जितनी पश्चिमी देशों में देखने को मिली।
इंडिया टुडे ने अपने सर्वे के जरिए लोगों की राय देश के समक्ष रखी। इसमें 23 फीसदी लोगों ने कोरोना मामले में मोदी सरकार के कामकाज को उत्कृष्ट बताया, जबकि 50 फीसदी ने इसे अच्छे की की श्रेणी में रखा। इस मसले पर सरकार के कामकाज को 20 फीसदी ने औसत बताय़ा तो 7 ने सरकार की रणनीति को कमजोर करार दिया।
सर्वे में 2 फीसदी लोग ऐसे भी सामने आए जो मानते हैं कि इस मोर्चे पर सरकार का काम बेहद खराब रहा। सर्वे में राज्य सरकारों और मुख्यमंत्रियों पर भी लोगों से रायशुमारी की गई। 20 फीसदी लोगों ने उनके काम को उत्कृष्ट माना तो 50 फीसदी ने अच्छा बताया।सर्वे में सामने आया है कि कोरोना संकट की वजह से बड़े पैमाने पर लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ। कोरोना ने हर वर्ग के लोगों को आर्थिक तौर पर चोट पहुंचाई। किसी की आमदनी घट गई तो कोई अपनी नौकरी से हाथ धो बैठा। 66 फीसदी लोगों ने कहा कि कोविड संकट के दौरान उनकी आमदनी घट गई। 19 फीसदी ने बताया कि उन्हें अपनी नौकरी से इस दौरान हाथ धोना पड़ा। बावजूद इसके 67 फीसदी लोगों का मानना है कि संकट के दौरान सरकार ने अर्थव्यवस्था को बेहतर तरीके से संभाला। सर्वे में सबसे अहम बात जो सामने आई उसके मुताबिक, संकट के बाद भी मोदी सरकार में लोगों की आस्था पहले की तरह बनी हुई है।