लखनऊ -न्यूनतम समर्थन मूल्य मोदी जी के देन है, स्वामीनाथन रिपोर्ट ये लोग दबा के बैठे थे, सिंचाई परियोजना को पूरा किया,बाण सागर जैसी परियोजना पूरी की गई,मोरारजी देसाई जी ने 1977 में इसका शिलान्यास किया था,2017 तक पूरी ही नही हुई थी,हमने सत्ता में आने के एक साल भीतर इसे पूरा करके मोदी जी के हाथों देश को समर्पित करवाया…
जिन्हें ये सब अच्छा नही लगता कि किसान तकनीकी विकास से जुड़े,वो तमाम तरीके से गुमराह करने का काम कर रहे हैं, पिछले 4 वर्षों में कोई चीनी मिल बेची नही गई, चौधरी चरण सिंह के क्षेत्र रमाला चीनी मिल आज उत्पादन का काम कर रही है…
1 लाख 62 हजार करोड़ रुपये किसानों के खाते में भेजे गए हैं, इतने कामों के बाद जिन्हें किसानों की खुशहाली, समृद्धि अच्छी नही लगती वो षड्यंत्र करके गुमराह कर रहे हैं….
नौजवानों और किसानों के हितैषी और उन्नति का कार्य मोदी जी ने किया है,आज श्रद्धेय अटल जी के शुरू किए गए कार्यों को प्रधानमंत्री मोदी जी बिना भेदभाव के कर रहे हैं…..
सालाना 6 हजार रुपये प्रदेश के 2 करोड़ 30 लाख किसानों के खातों में जा रहा है,अन्नदाता के चेहरे की खुशहाली, प्रदेश की समृद्धि की कहानी कहता है…
–पिछली सरकारों में जब नौकरी निकलती थी तो परिवार के लोग अलग अलग जगहों पर वसूली के लिए झोला ले कर निकल पड़ते थे। तब चौथ वसूली करते थे। लेकिन पिछले साढ़े 3 सालों में जो भी नौकरी निकली उसमें योग्यता को वरीयता दी गयी। और जब हमारी सरकार को 4 साल होंगे तब तक साढ़े 4लाख लोगों को नौकरी दे देंगे। आज कोई नौकरी के नाम पर वसूली नही कर सकता क्योंकि उसे पता है कि अगर ऐसा किया तो जेल में जाना पड़ेगा…आज माफियाओं की छाती पर बुलडोज़र चलाने का काम हम कर रहे हैं !किसानो की ज़मीन मुक्त करा रहे हैं….जिनको खेती किसानी अच्छी नहीं लगती जिन लोगों को किसानों के चेहरे पर ख़ुशी अच्छी नहीं लगती ! जिन्होंने जातिगत हिंसा फैलाने का काम किया जब वो उसमें सफल नहीं हो पाए तो नया षड्यंत्र रच रहे हैं…