एक तरफ दिल्ली की सरहदों पर किसान डटे हुए हैं तो दूसरी तरफ किसानों के मुद्दों को लेकर संसद में भी शोर जारी है.
बुधवार को लोकसभा में बार-बार विपक्ष ने किसान आंदोलन और केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए कृषि क़ानूनों का मुद्दा उठाया जिसके कारण चार बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
तीसरी बार सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब शाम सात बजे जब सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई, बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने विपक्ष से अपील की कि वो शांतिपूर्वक तरीके से सदन का काम आगे बढ़ने दें. उन्होंने कहा, “संसद मुद्दों पर चर्चा करने के लिए है.”
हालांकि विपक्ष का शोर जारी रहा और सदन को नौ बजे तक स्थगित करना पड़ा. नौ बजे भी विपक्ष से शोरशराबे के बीच सदन लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को कल तक के लिए सदन की कार्यवाही रोकनी पड़ी.
उन्होंने कहा, “जनता ने आपको तालियां बजाने और नारे लगाने के लिए सदन में नहीं भेजा. आपको चर्चा करने, बहस करने के लिए भेजा गया है. आप जनता के मुद्दे उठाइए.
सदन को आज 4.30 तक, 5 बजे तक, सात बजे तक फिर 9 बजे तक स्थगित करना पड़ा था.
बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद से ही विपक्ष के नेता सरकार से तीनों कृषि क़ानूनों को वापिस लेने की मांग कर रहे थे.