पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव की तारीखों के ऐलान भले ही नहीं हुआ हो, लेकिन सियासी गतिविधियों से साफ-साफ पता चल रहा है कि चुनावी बिगुल बज चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल अपने दो दिवसीय बंगाल दौरे पर पहुंचने वाले हैं। उससे पहले ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी लग चुकी है। विधायक हों या पार्टी पदाधिकारी, लगातार ममता का साथ छोड़ रहे हैं।
अब तृणमूल कांग्रेस के नेता कबीर उल इस्लाम ने पार्टी के अल्पसंख्यक सेल के महासचिव पद से इस्तीफा दिया है। आपको बता दें कि इससे पहले कई विधायक टीएमसी से अपनी राह अलग कर चुके हैं।
कुनबा बचाने में जुटीं ममता बनर्जी, बुलाई आज TMC की आपात बैठक
कभी ममता बनर्जी के खास रहे शुभेंदु अधिकारी के पार्टी छोड़ने का जख्म भरा भी नहीं था कि गुरुवार को टीएमसी को दो और झटके मिले। गुरुवार को पार्टी के प्रभावशाली नेता शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी छोड़ी तो विधायक जितेंद्र तिवारी ने भी टीएमसी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी को संकट में देख मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हरकत में आई हैं और उन्होंने आज आपात बैठक बुलाई है।
श्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने आज पार्टी की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। माना जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी और जितेंद्र तिवारी के इस्तीफे के बाद बंगाल समेत पूरे देश में जो माहौल बन रहा है, उस पर पार्टी माथापच्ची करेगी और आगे की रणनीति तैयार करेगी। हालांकि, टीएमसी के सूत्रों का कहना है कि यह कोई आपात बैठक नहीं है, बल्कि यह पार्टी की नियमित बैठकों का ही एक हिस्सा है। उन्होंने बताया कि हर शुक्रवार पार्टी की अध्यक्ष टीएमसी नेताओं से बैचों में मिलती हैं।
बता दें कि गुरुवार को ही साउथ बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (SBSTC) के अध्यक्ष दीप्तांगशु चौधरी ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस तरह से एक दिन में टीएमसी को कल तीन झटके लगे थे।