पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर रेंज विजय कुमार ने सोमवार को कहा कि इस वर्ष के दौरान अमरनाथ यात्रा किसी भी घटना से मुक्त होगी। सीसीटीवी, ड्रोन अमरनाथ यात्रा के वाहनों की निगरानी करेंगे और यात्रा मार्गों पर सुरक्षाबलों की चौबीसों घंटे नजर रहेगी। इसी के साथ उन्होंने तीर्थ यात्रियों से बिना किसी डर के यात्रा पर आने का आह्वान किया है।
सीसीटीवी, ड्रोन अमरनाथ यात्रा के वाहनों की करेंगे निगरानी पीसीआर श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन में कश्मीर रेंज के आईजीपी ने कहा कि आतंकवादियों व शरारती तत्वों से बचाये रखने के लिए सीसीटीवी, न अमरनाथ यात्रा के वाहनों की निगरानी करेंगे और यात्रा मार्गों पर सुरक्षाबलों की चौबीसों घंटे नजर रहेगी। आईजीपी ने कहा कि कश्मीर में स्टिकी बम का मिलना बेशक एक समस्या है लेकिन चिंताजनक नहीं है।
हम इससे प्रभावी ढंग से निपटेंगे और शांतिपूर्ण यात्रा सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर सुरक्षाबलों की गश्त लगातार रहेगी। किसी भी तीर्थयात्री वाहन को नागरिक वाहनों के साथ घुलने-मिलने की अनुमति नहीं होगीउन्होंने आगे कहा कि किसी भी तीर्थयात्री वाहन को नागरिक वाहनों के साथ घुलने-मिलने की अनुमति नहीं होगी। सभी मार्गों पर तीर्थयात्रियों के वाहनों के गुजरने का समय निर्धारित होगा। आईजीपी ने कहा कि तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए सुरक्षाबल प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन यात्रा से पहले मार्गों को साफ कर दिया जाएगा और सुरक्षा व्यवस्था पर कोई समझौता नहीं होगा। पवित्र अमरनाथ की यात्रा 28 जून से शुरू होगी। पिछले वर्ष कोरोना के चलते यह यात्रा स्थगित कर दी गई थी। चुनाव के बाद मिलेगी एडिशनल फोर्स आईजीपी विजय कुमार ने कहा, चुनाव के बाद हमें एडिशनल फोर्स मिल जाएगी और जहां-जहां सिक्योरिटी की कमी है उसको हम प्लग कर लेंगे। साथ ही इस साल अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों को बहुत ही सेफ और सक्सेसफुल यात्रा करवाएंगे। इसमें कोई दिक्कत नहीं आएगी।
आईजीपी विजय कुमार ने यह भी कहा कि जब कभी फायरिंग शुरू होती है तो हम सबसे पहले वहां आसपास के मौजूद गांव के लोगों को वहां से सेफ बाहर निकाल लेते हैं। घर से निकालने के बाद वे एनकाउंटर शेड से बाहर रहते हैं। ऐसा कोई घटना नहीं होती कि वहां कोई जुलूस जमा हो गया हो। आतंकियों से एनकाउंटर के दौरान जुलूस जमा होने और पथराव की फर्जी खबर न फैलाएं दरअसल, ये लोग उसी गांव के होते हैं। उसमें से पांच-दस मिसक्रिएंट्स ऐसे होते हैं जो पथराव करते हैं, उन्हें भी हम ठीक तरीके से हैंडल कर रहे हैं जिसका वीडियो में प्रूफ आता है। इसके लिए मौके पर पिक्चर और वीडियो भी तैयार की जाती है जो ऐसी घटनाओं का प्रूफ बनती है। अभी तक ऐसी कोई घटना नहीं घटी है जिसमें दूसरे गांव के लोगों ने आकर पथराव किया हो।
इस दौरान आईजीपी विजय कुमार ने मीडिया से यह अपील भी की कि इस बात पर ऐसा माहौल क्रिएट न करें और फॉल्स नैरेटिव न फैलाएं कि पथराव बढ़ गया है।